भीष्ण गर्मी के बावजूद नामचर्चा कार्यक्रम में विभिन्न ब्लॉकों से उमड़ी साध-संगत
- मानवता भलाई कार्यों को दी गति, पक्षियों के लिए रखे पानी के सकोरे
- 15 जरूरतमंदों को राशन व 15 बच्चों को दिए गए स्कूल बैग व स्टेशनरी
अहमदाबाद(सच कहूँ/विजय शर्मा)। मानवता भलाई कार्यांे में अनगिनत विश्व रिकॉर्ड कायम करने वाले डेरा सच्चा सौदा (सरसा) के 74वें स्थापना माह की खुशी गुजरात के जिला अहमदाबाद के डेरा अनुयायियों ने कुछ इस तरह मनाई की हर कोई देखकर हैरान हो गया। डेरा अनुयायियों ने इस रूहानी माह के उपलक्ष्य में आयोजित नामचर्चा के दौरान जहां 15 जरूरतमंद परिवारों को राशन दिया गया वहीं व साध-संगत द्वारा बेजुबान पशु पक्षियों के लिए पानी के 250 परिंडे भी पेड़ों व घरों की छतों पर रखे गये। डेरा अनुयायियों के इस कार्य की समाज के गणमान्यजनों ने भरपूर सराहना की। नामचर्चा के दौरान 15 जरूरतमंद बच्चों को स्कूल बैग व स्टेशनरी भी वितरित की गई। जानकारी के अनुसार रविवार को डेरा सच्चा सौदा के रूहानी स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में कांता बेन की वाडी, इसनपुर बटवा रोड़ पर नामचर्चा आयोजित की गई।
जिसमें भीष्ण गर्मी के बावजूद विभिन्न ब्लॉकों से बड़ी संख्या में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के जवान और डेरा श्रद्धालु ने शिरकत की। नामचर्चा कार्यक्रम का शुभारंभ ब्लॉक भंगीदास बलदेव इन्सां ने इलाही नारा ‘धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ बोलकर किया। जिसके बाद कविराजों ने पवित्र ग्रंथों से भजन बोलकर सतगुरु की महिमा का गुणगान किया। नामचर्चा के दौरान उपस्थित साध-संगत के हजूम ने एकजुटता के साथ हाथ खड़े कर कर प्रण लिया कि गुजरात की साध-संगत अपने सतगुरु पर दृढ़ विश्वास कायम रखते हुए और अधिक गति से इंसानियत व सामाज की सेवा करेगी। इस मौके पर मुकेश भाई, जयभगवान भाई, सुशील भाई, कन्नू भाई शर्मा, रजनीस भाई, बसंत भाई, प्रवीन भाई, पवन मित्तल, देवेन्द्र रावल, सुशीला बहन, रमिला बेह, वर्षा बेन, हंसा बेन सहित अन्य ब्लॉक की साध-संगत मौजूद रही।
पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए बांधे पानी के सकोरे
डेर सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा शुरू की गई पक्षी उद्धार मुहिम के तहत अहमदाबाद में पहुंची विभिन्न ब्लॉकों की साध-संगत ने इस भीष्ण गर्मी में बेजुबानों की प्यास बुझाने के लिए पानी के 250 सकोरे रखे। डेरा अनुयायियों ने पेड़ों, घरों की छतों व आस पास इन सकोरों में पानी व दाने की व्यवस्था की ताकि पक्षियों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े। डेरा अनुयायियों की इस मुहिम में सामाज के अन्य लोगों ने भी सहयोग किया और संकल्प किया कि वह भी अपने घरों की छतों पर परिंदों के लिए पानी रखेंगे।
15 जरूरतमंद परिवारों को फूड बैंक से दी राशन किट
नामचर्चा के दौरान मानवता भलाई कार्यों को आगे बढ़ते हुए सेवादारों ने फूड बैंक से जरूरतमंद परिवारों को राशन की किट वितरित की। राशन सामग्री पाकर जरूरतमंद परिवारों ने डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि धन्य है इनके सतगुरु जी जो अपने शिष्यों को इस कलयुग में भी जरूरतमंदों की नि:स्वार्थ सेवा करने की शिक्षा दे रहे हैं। आप को बता दें कि डेरा अनुयायियों द्वारा जो फूड बैंक बनाए गए हैं उसमें राशन डेरा श्रद्धालुओं द्वारा एकत्रित किया जाता है। डेरा अनुयायी सप्ताह में एक दिन उपवास रखकर बचा राशन इस फूड बैंक में देते हैं और यहां से
जरूरत मंद परिवारों को राशन किट बनाकर दी जाती है।
पूज्य गुरु जी ने शुरू की ‘पक्षी उद्धार’ मुहिम: लक्ष्मी नारायण
नामचर्चा के दौरान पक्षियों की संभाल व जागरूकता को लेकर को लेकर पूज्य गुरु जी के पावन अनमोल वचनों को साध-संगत के सामने रखा गया। जिम्मेवार मास्टर लक्ष्मी नारायण ने बताया कि पशु पक्षियों की सार संभाल के लिए ही पूज्य गुरु जी ने पक्षी उद्धार मुहिम की शुरू की थी। उन्होंने बताया कि गर्मी में दाना पानी मिलना पक्षियों के लिए दुलर्भ हो जाता है। जिसके कारण कई बेजुबान परिंदों की मौत तक हो जाता है। इतनी भयानक गर्मी में अगर आप उनके लिए दाना पानी का इंतजाम कर देते है तो उनकी दुआएं भी आपको लगती है। पूज्य गुरु जी द्वारा दी गई पावन शिक्षाओं को मानते हुए डेरा अनुयायी पक्षियों के लिए दाने पानी की व्यवस्था करते हैं।
गुरु श्रद्धा के आगे छोटा पड़ा नामचर्चा पंडाल
रविवारा को आयोजित नामचर्चा के दौरान बड़ी संख्या में पहुंची साध-संगत के आगे नामचर्चा पंडाल भी छोटा पड़ा गया। डेरा अनुयायी की इस भीड़ ने ये साबित कर दिया कि उनका विश्वास आज भी अपने पूज्य गुरु जी के प्रति कम नहीं हुआ है बल्कि ओर दृढ़ हुआ है।
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