पूर्व विधायक सहीराम धरणीया को 9 दिन बाद मिला पंजाब सीएम के कार्यक्रम का पत्र (Post office Missing)
-
पूर्व विधायक के पोते उमेद बिश्नाई व सरपंच जसवीर सिंह ने डाक विभाग के सुप्रिडेंट से की शिकायत
सच कहूँ/राजमीत इन्सां डबवाली। गांव सकता खेड़ा निवासी पूर्व विधायक सही राम धरणीया को पंजाब सीएम के कार्यक्रम का पत्र 9 दिन बाद मिला। जिसके चलते वीरवार को पूर्व विधायक के पोते उमेद बिश्नोई व सरपंच जसवीर सिंह गांव में पहुंचे और डाक विभाग के सुप्रिडेंट संजय कुमार को मामले से अवगत करवाया। सरपंच यादवीर सिंह व उमेद बिश्नोई ने बताया कि पूर्व विधायक सहीराम धारणीय को पंजाब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में 30 नवंबर को गुरु नानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व पर समागम में शामिल होने के लिए पत्र भेजा गया था। जो डाक विभाग की लापरवाही के चलते 9 दिन बाद पहुंचा।
जिसके बाद उन्होंने डाक विभाग को पत्र भेजकर मामले की जांच करने की मांग की थी। उमेद बिश्नोई व सरपंच यादवीर सिंह ने बताया कि उन्हें वीरवार को डाक विभाग के सुप्रिडेंट आने की सूचना मिली थी उन्होंने फोन पर उनसे संपर्क कर मिलने के लिए कहा। जिसके बाद पूर्व विधायक की ढाणी में पहुंचे सुप्रिडेंट संजय कुमार से उन्होंने मामलें के बारे में बातचीत की। जिसके बाद मौके पर उपस्थित पोस्टमैन से भी सुप्रिडेंट ने बात की।
पोस्टमैन बलदेव सिंह से की पूछताछ
पूर्व विधायक सहीराम धारनीय की ढाणी में पहुंचे डाक विभाग के सुप्रिडेंट को गांव के सरपंच ने यादवीर सिंह ने कहा कि गांव में डाकघर गायब है। ग्रामीणों को रजिस्ट्री करवाने के लिए डबवाली जाना पड़ता है और उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक सही राम धारणीय को पंजाब मुख्यमंत्री के द्वारा भेजा गया पत्र नहीं मिला तो आमजन को उनकी डाक कैसे मिलती होगी। जिसके बाद मौके पर उपस्थित पोस्टमैन बलदेव सिंह को इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह पिछले 3 साल से ऐसे ही डाक बांट रहा है। उन्होंने बताया कि उनके पास डाक आ जाती है और वह गांव में आकर बांट देते हैं।
3 दिन में ऑफिस बनाकर फोटो भेजने के लिए आदेश
डाक विभाग के सुप्रिडेंट संजय कुमार ने पोस्टमैन को गांव में 3 दिन में डाक ऑफिस बनाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि डाकघर का बाहर बोर्ड लगा होना चाहिए और उसमें टाइम टेबल भी होना चाहिए और विधायक की डाक लेट पहुंचने के बारे में उन्होंने कहा कि मामले की जांच करवाई जाएगी साथ ही साथ पिछले 3 सालों से गांव से डाकघर गायब होने के बारे में भी उन्होंने इंस्पेक्टर को भेजकर रिपोर्ट करवाने की बात कही।
ग्रामीण बोले, नहीं मिल पाता डाक विभाग योजनाओं का लाभ
ग्रामीण दीपक कुमार, मुकेश कुमार, निर्मल सिंह, बलजीत सिंह, गुरजिंदर सिंह, राजन, बलकार सिंह ने बताया कि उन्हें गांव में डाकघर ना होने के चलते उन्हें डाक विभाग की योजनाओं से भी वंचित रहना पड़ रहा था और उन्हें डाक विभाग संबंधित कार्य खाता खुलवाना, रजिस्ट्री करवाना आदि के लिए उन्हें डबवाली जाना पड़ता था।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।