कमरे की छत गिरने से दबा राशन व घरेलू सामान
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। दो दिन पहले चली तेज आंधी व मूसलाधार बारिश (Barish) जंक्शन के वार्ड 4, नई खुंजा में अकेली रहने वाली अधेड़ उम्र की विधवा महादेवी के लिए आफत बनकर आई। बारिश-अंधड़ के दौरान महादेवी पत्नी विक्रमजीत के कमरे की छत गिर गई। राशन सहित अन्य घरेलू सामान मलबे के नीचे दबने से खराब हो गया। महादेवी के चारों बेटे उससे अलग रहते हैं।
अब दो दिन से महादेवी के खाने के लाले पड़े हुए हैं। सूचना मिलने पर शनिवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने मौका देखा।
वार्ड पार्षद स्वर्णसिंह ने बताया कि महादेवी के पति विक्रमजीत की करीब दो साल पहले मौत (Death) हो चुकी है। वर्तमान में महादेवी के चारों बेटे उससे अलग रह रहे हैं। 17 मई की रात्रि को आए तेज अंधड़ व मूसलाधार बारिश के दौरान महादेवी जिस कमरे में सोई थी, उसकी आधी छत गिर गई। गनिमत रही कि महादेवी के चोटें नहीं लगी लेकिन कमरे में रखा घरेलू सामान मलबे के नीचे दबने से खराब हो गया। वार्ड पार्षद के अनुसार इसकी सूचना प्रशासन को दी गई। शनिवार को अधिकारियों ने मौका देखा। वार्ड पार्षद ने प्रशासन से महादेवी को आर्थिक मदद करने की मांग की।
वहीं 59 वर्षीय महादेवी ने बताया कि कमरे की छत गिरने (Roof Collapse) से घरेलू सामान खराब हो गया। घर का राशन भी खराब हो गया। अब खाने के भी लाले पड़ गए हैं। वह दिहाड़ी-मजदूरी कर अपना पेट पाल रही है। दो दिन से वह भूखी बैठी है। अब वह बिना छत के दिन-रात गुजारने को मजबूर है। उसकी कोई सुनने वाला नहीं है। महादेवी ने भी प्रशासनिक अधिकारियों से मकान बनाने के लिए आर्थिक मदद दिलाने की गुहार लगाई।