सीएम बोले : शिक्षण संस्थानों के विकास में योगदान दें पूर्व छात्र
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राज्य का शिक्षा बजट 20 हजार करोड़
रोहतक (सच कहूँ/नवीन मलिक)। मुख्यमंत्री (Chief Minister) मनोहर लाल ने कहा कि प्रत्येक एलुमनी (पूर्व छात्र) को अपने पूर्व विद्या-संस्थान में गुरु-दक्षिणा के तौर पर कुछ न कुछ अवश्य दान करना चाहिए, क्योंकि कोई भी संस्था अपने एलुमनी के दम पर ही बेहतर ढंग से प्रगति कर सकती है। उन्होंने कहा कि देश को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी केवल सरकार की नहीं है बल्कि हर नागरिक का फर्ज बनता है। मुख्यमंत्री शनिवार को महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के एलुमनी-मीट-2022 के अवसर पर बतौर मुख्यातिथि समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि जब एक पूर्व छात्र अपने संस्थान में पहुंचता है तो उसकी पुरानी स्मृतियां ताजा हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि वे रोहतक के पंडित नेकीराम शर्मा कॉलेज के विद्यार्थी रहे हैं, उनको हर वो जगह आज भी याद है जहां वे अपने सहपाठियों के साथ बैठकर पढ़ते व खेलते थे। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थान भी हमारे घर जैसा होता है, हर विद्यार्थी का उससे पारिवारिक सदस्य की तरह जुड़ाव रहता है।
मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने एलुमनी मीट का महत्व बताते हुए कहा कि अमेरिका की 273 वर्ष पुरानी यूनिवर्सिटी प्रिंसटन-यूनिवर्सिटी से हारवर्ड जैसी विश्व की कई यूनिवर्सिटीज में एलुमनी-मीट का आयोजन किया जाता है। इन यूनिवर्सिटीज की प्रगति में इनके एलुमनी का विशेष योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि प्राचीन समय में हमारे देश में गुरुकुल परम्परा थी, जहां नि:शुल्क शिक्षा दी जाती थी। इन गुरुकुल से शिक्षा प्राप्त विद्यार्थी वर्ष में एक बार अपने गुरु की श्रद्धा अनुसार गुरु-दक्षिणा अवश्य देते थे। उसी दक्षिणा-दिवस को वर्तमान समय मे दीक्षांत-समारोह बोला जाने लगा है।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष शिक्षा का बजट 20 हजार करोड़ रुपए रखा है ताकि हर 20 किलोमीटर पर एक कॉलेज तथा हर जिला में एक मेडिकल कॉलेज के टारगेट को पूरा किया जा सके। इस साल चार मेडिकल कॉलेज आरम्भ किए जाएंगे। उन्होंने सभी एलुमनी से आह्वान किया कि वे अपनी यूनिवर्सिटी को कुछ-न-कुछ धन या स्किल देने का कमिटमेंट करें और उनका प्रयास रहेगा कि अपने शैक्षणिक संस्थान में दी जाने वाली धनराशि पर आयकर में छूट मिल सके।
उन्होंने यूनिवर्सिटी के कुलपति को कहा कि उनकी (मुख्यमंत्री) (Chief Minister) तरफ से यूनिवर्सिटी के सभी एलुमनी को पत्र लिखा जाए, जिसमें यूनिवर्सिटी की प्रगति में योगदान देने की अपील की जाए। मुख्यमंत्री की भावुक अपील का तुरंत असर नजर आया और तभी कई एलुमनी ने लाखों की राशि व अपने-अपने क्षेत्र की स्किल का योगदान देने की घोषणा कर डाली, जिस पर मुख्यमंत्री ने उनको सम्मानित भी किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मूलमंत्र पर चलने का आह्वान किया। इस अवसर पर सांसद अरविंद शर्मा, राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, उच्चतर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण, एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, कविता जैन, मेयर मनमोहन गोयल, राजकमल सहगल, मुख्यमंत्री के ओएसडी गजेंद्र फौगाट, राजकुमार कपूर, एलपीएस बोसार्ड के एमडी राजेश जैन, जिलाध्यक्ष अजय बंसल, बलवान सुहाग, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, रोहतक मंडल की आईजी ममता सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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