भू-जल स्तर गिरने का कारण जल का अविवेकपूर्ण ढंग से दोहन

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भू-जल स्तर गिरने का कारण जल का अविवेकपूर्ण ढंग से दोहन

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जल विज्ञान एवं जल प्रबंधन संस्थान बीकानेर की ओर से मंगलवार को टाउन स्थित पंचायत समिति कार्यालय के सभागार में अटल भू-जल योजनान्तर्गत सहभागियों के प्रशिक्षण एवं क्षमतावर्धन के लिए एकदिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में कृषि पर्यवेक्षक व जागरूक किसान शामिल हुए। कार्यशाला में अटल भू-जल योजनान्तर्गत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। Hanumangarh News

एकदिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन | Hanumangarh News

गिरते भू-जल स्तर में सुधार के लिए किए जाने वाले उपायों पर चर्चा की गई। डिग्गी बनाकर बारिश के पानी का संरक्षण करने की जानकारी दी गई। जल विज्ञान एवं जल प्रबंधन संस्थान बीकानेर के एमआई राजेन्द्र राणा ने बताया कि अटल भू-जल योजना वल्र्ड बैंक की छह हजार करोड़ रुपए की योजना है। इस योजना के तहत राजस्थान सरकार को करीब 1200 करोड़ रुपए दिए गए हैं। यह पूरी तरह से प्रोत्साहन आधारित योजना है। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य हरिकृष्ण आर्य ने कहा कि जल जीवन का आधार है। बिना जल के कुछ भी संभव नहीं है।

वर्तमान में भू-जल स्तर धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। क्योंकि जल का बहुत ही अविवेकपूर्ण ढंग से दोहन हो रहा है। विशेषकर हनुमानगढ़ जिले की बात करें तो यहां पर धान की फसल बहुत बड़े क्षेत्र में पैदा की जाती है। धान की फसल के लिए नहरों से उतना पानी नहीं आता। वह पानी भू-गर्भ से निकाला जाता है। जल का दोहन इतनी तेज गति से हो रहा है कि पिछले कई वर्षों में जल स्तर खतरनाक स्तर तक नीचे जा चुका है। इसका दुष्परिणाम यह हुआ है कि ट्यूबवैल फेल हो चुके हैं। इस क्षेत्र में निरंतर वाटर लेवल नीचे जा रहा है।

इसके लिए जरूरी है कि धान की फसल के लिए अन्य कम पानी वाली व अच्छा पैसा देने वाली फसलें उगाई जाएं। क्योंकि जिस गति से हम पानी का दोहन कर रहे हैं वह गति जारी रही तो आने वाले एक-दो साल में भू-गर्भ जल पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा। उन्होंने बताया कि भू-गर्भ जल कम होने का एक कारण यह भी है कि मकान और गलियां पक्की हो रही हैं। इस कारण पानी जमीन में उतना नहीं जा पाता। इसके लिए हमें तालाब खोदने पड़ेंगे। साथ ही साथ घरों में छत के पानी के लिए वाटर रिचार्ज सिस्टम आवश्यक रूप से बनाया जाना चाहिए। तभी इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। Hanumangarh News

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