हिसार में रिकॉर्ड 32 एमएम हुई बारिश
हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। हरियाणा प्रदेश में पिछले 4 दिनों से मौसम (Weather) परिवर्तनशील बना हुआ है। इस दौरान तेज हवा के साथ हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो रही है तो वही हरियाणा व राजस्थान में गर्मी व सर्दी के मामले में मशहूर हिसार व चूरू में तेज तूफान देखने को मिले। हिसार सहित विभिन्न क्षेत्रों में मंगलवार देर सांय तेज तूफान चला। इस तूफान के बाद देर सांय आई तेज बारिश से हिसार शहर जलमग्न हो गया। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की वेधशाला में दर्ज किए गए रिकॉर्ड के अनुसार हिसार शहर में 32 एमएम बारिश हुई।
प्री मॉनसून व मॉनसून से पहले हुई इस बारिश ने जिला प्रशासन के उन सभी दावों की पोल खोल कर रख दी। जिसमें पानी निकासी के प्रबंध करने का दावा किया जा रहा था। इससे पहले एक बार तो इतनी तेज हवा चली कि राहगीरों को अपने वाहनों को सड़क किनारे रोकना पड़ा तो कुछ राहगीर अपने वाहनों की लाइट जला कर चलते नजर आए।
ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लैक आउट, वृक्ष गिरे | (Weather)
इस तूफान से ग्रामीण क्षेत्रों में जहां रास्तों पर वृक्ष गिर गए तो वही बिजली के खंभे गिरने से बिजली बाधित हो गई। किसी भी आंदोलन में जिस प्रकार सबसे पहले शोषित वर्ग ही सबसे अधिक पीड़ित होता है। ठीक उसी प्रकार मौसम खराब होने पर भी सबसे ज्यादा प्रभाव ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिलता है। क्योंकि शहरों में तो बिजली ठीक करने के लिए मोबाइल टीमों का गठन होता है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा कुछ भी नहीं है। आंधी- तूफान के दिनों में अक्सर हमेशा देखने को मिलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में तीन तीन दिन तक बिजली का ब्लैकआउट बना रहता है।
जबकि कागजों में काम सरपट दौड़ता रहता है। लेकिन सच्चाई जो हम बता रहे हैं यही है। वैकल्पिक ईंधन के तौर पर सीएनजी तो आजकल लगभग जिले में पहुंच गई है। लेकिन सी एन जी एक विशेष प्रेशर से भरी जाती है। जब भी तभी तूफान आता है तो सीएनजी पंप के बाहर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें नजर आती हैं। मंगलवार को भी भी ऐसा ही हुआ। हिसार से लेकर बहादुरगढ़ तक हर पंप के बाहर बिजली न होने की बात कहकर सीएनजी नहीं दी गई, क्योंकि जनरेटर में सोलर के विकल्प से सीएनजी नहीं भरी जा सकती।
23 मई से परिवर्तनशील चल रहा मौसम | (Weather)
हरियाणा राज्य में पश्चिमीविक्षोभ के प्रभाव से 23 मई रात्रि से लगातार मौसम परिवर्तनशील रहा। इस दौरान लगातार दो पश्चिमीविक्षोभ के प्रभाव से 24 मई से 27 मई के दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में तेज हवाओं व गरजचमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई तथा कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश भी दर्ज की गई जिससे विशेषकर दिन के तापमान में सामान्य से लगभग 12 से 14 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज किया गया तथा रात्रि तापमान में हल्की कमी दर्ज की गई।
एक जून से फिर प्रभावी होगा पश्चिमी विक्षोभ
पश्चिमिविक्षोभ के आंशिक प्रभाव से राज्य में एक जून तक मौसम (Weather) आमतौर पर परिवर्तनशील बने रहने की संभावना है। इस दौरान 28 व 29 मई को भी बीच-बीच में ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादलवाई तथा गरजचमक व हवा के साथ हल्की से मध्यम बारिश चलती रही। परंतु 29 मई रात्रि से एक ओर पश्चिमीविक्षोभ के आने से 30 मई से एक जून के दौरान भी राज्य के उत्तर पश्चिमी व दक्षिण क्षेत्रों में हवा व गरज चमक के साथ कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना बन रही है।
डॉ मदन खीचड़, विभागाध्यक्ष
कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार
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