Haryana Railway: कैथल, सच कहूँ/कुलदीप नैन। बहुत ही जल्द कैथल रेलवे स्टेशन की कायाकल्प होने वाली है। 154 साल पुराने रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म की लंबाई बढ़ाई जाएगी और साथ ही इसको ऊँचा भी किया जाएगा। इसके साथ ही यहां एक टिकट घर भी अलग से बनाया जायेगा। हालाँकि अभी विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लगी हुई है, जिस कारण काम थोडा विलंब से जरुर शुरू होगा। जानकारी के अनुसार पिछले दिनों कैथल रेलवे स्टेशन पर दिल्ली और कुरुक्षेत्र से पहुंची टीम ने रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। इस टीम में करीब आठ सदस्य शामिल थे। जिसमें कुरुक्षेत्र-नरवाना रेल सेक्शन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर जेके अरोड़ा मुख्य रूप में मौजूद थे। टीम के सदस्य सर्वे के दौरान कैथल स्टेशन पर नक्शा लेकर पहुंचे थे। उन्होंने नक्शे के अनुसार बताया कि यह प्लेटफार्म इस समय 300 फीट लंबा है, जिसे बढ़ाकर 550 फीट किया जाएगा। इसके साथ इसे ऊंचा भी उठाने की योजना है। स्टेशन के दूसरी तरफ एक टिकट घर भी बनाया जाएगा। इनके पूरा होने के बाद अब रेल यात्रियों को भी अच्छी सुविधाएं मिल सकेंगी।
प्लेटफार्म नीचा होने के कारण बच्चों और बुजुर्गों को होती है दिक्कत | Haryana Railway
इस समय कैथल रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म काफी छोटा है। प्लेटफार्म छोटा होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। यहां आने वाले यात्रियों को गाड़ियों में चढ़ने में बहुत समस्या होती है। रात के समय साबरमती जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन के आधे डिब्बे प्लेटफार्म के नीचे रहते हैं। क्योंकि इस ट्रेन के 16 डिब्बे हैं। इसके साथ ही अन्य ट्रेनों में भी प्लेटफार्म नीचा होने के कारण बच्चों और बुजुर्गों को दिक्कत होती है। रेल यात्री कल्याण समिति ने सांसद नवीन जिंदल को कैथल स्टेशन के सुधार के लिए भेजा था। इसमें प्लेटफार्म को लंबा व ऊंचा करने की मांग की थी।
154 साल पुराना है रेलवे स्टेशन | Haryana Railway
कैथल का रेलवे स्टेशन करीब 154 साल पुराना है। इसकी स्थापना अंग्रेजों के शासनकाल में हुई थी। उस समय कैथल में चावल का अच्छा व्यापार होने के चलते अंग्रेजों ने वाया कैथल से नरवाना से कुरुक्षेत्र के लिए नई रेलवे लाइन बिछाई थी। इन 150 साल में अभी तक इस लाइन पर केवल विद्युतीकरण ही हो पाया है। जबकि स्टेशनों पर उम्मीद के मुताबिक विकास कार्य नहीं हो पाया है।
पांच साल पहले बनवाई थी पार्किंग
रेलवे की ओर से करीब पांच साल पहले कैथल रेलवे स्टेशन पर पांच करोड़ रुपये की लागत से विकास कार्य करवाए थे। इन कार्यों के तहत पार्किंग, टिकट घर, प्रतीक्षालय, स्टेशन अधीक्षक कक्ष का निर्माण और इंटरलॉक सिस्टम लागू किया गया था। अब करीब पांच साल के बाद स्टेशन पर रेलवे की ओर से फिर से विकास कार्य करने के लिए योजना बनाई गई है।