शौचालयों की सफाई व्यवस्था दुरुस्त नहीं, लोगो की मांग रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के नजदीक बने रैन बसेरा
कैथल (सच कहूं/कुलदीप नैन)। Rain Basera: सर्दी में दूर दराज से आने वाले लोगों के लिए हर जिले में रैन बसेरा बनाए गए है। सरकार द्वारा आदेश जारी किए जाते है कि इनके ठहरने वाले लोगों को सर्दी से बचने से लेकर साफ सफाई तक हर प्रकार सुविधा होनी चाहिए। लेकिन धरातल पर इन रैन बसेरों की हालत बेहद खराब है। कैथल शहर के सिरटा रोड पर बने रैन बसेरा का जब संवाददाता द्वारा निरीक्षण करके देखा गया तो रैन बसेरे में कुछ खामियां पाई गई है। नगर परिषद की ओर से इस रैन बसेरा में बिस्तर तो लगाए गए हैं, लेकिन यहां पर जो शौचालय बने है। इनकी हालत खराब है। रैन बसेरे में नगर परिषद की ओर से एक कर्मचारी की डयूटी लगाई हुई है। रैन बसेरा में जनरेटर और इनवर्टर की व्यवस्था नहीं है जिससे लाइट जाने पर दिक्कत का सामना करना पड़ता है। Kaithal News
शहरवासियों और रैन बसेरा में पहुंचने वाले व्यक्तियो का कहना है कि प्रशासन द्वारा रैन बसेरा पुराने रेलवे स्टेशन के नजदीक नई व पुरानी अनाज मंडी के पास बनाया जाना चाहिए। यहां पर राम नगर, चंदाना गेट में धर्मशालाएं भी हैं, यहां रैन बसेरा बनाने से लोगो को सुविधा होगी। वहीं बस अड्डा के नजदीक हनुमान वाटिका, बाल भवन है, यहां भी सर्दी के मौसम को देखते हुए रैन बसेरा बनाया जा सकता है।
बस स्टैंड से और रेलवे स्टेशन से दूरी ज्यादा | Kaithal News
सिरटा रोड पर बनाया गया रैन बसेरा बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से तीन से साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है। ऐसे में रैन बसेरा में आश्रय लेने वाले लोगों को इसकी जानकारी भी नहीं मिल पाती है। रात को यहां पहुंचना किसी अजनबी व्यक्ति के लिए आसान नहीं है। क्योंकि इतनी दूर यहां ऑटो से पहुंचना होगा। कोई देर रात में यहां के लिए ऑटो मिलना भी मुश्किल है। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी रैन बसेरे की कोई सुविधा नहीं है।
नगर परिषद की ओर से सिरटा रोड पर करीब 76 लाख रुपए की लागत से रैन बसेरा बना हुआ है। इसका ढांचा लोहे व स्टील से तैयार किया गया है। पटियाला से पहुंचे ट्रक चालक गुरजंट सिंह ने बताया कि उसे राजस्थान में जाना था, लेकिन रात होने के चलते उसने यहां आराम करने की सोची। यहां पर बिस्तर तो मिले, लेकिन यहां पर कमरों में खिडकियों के शीशे टूटें हुए हैं। Kaithal News
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी कुलदीप मलिक ने बताया कि रैन बसेरों में व्यवस्थाओं की जांच को लेकर जायजा लिया जाएगा। यदि कोई कमी पाई जाती है तो उसे दूर करवा दिया जाएगा।
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