डेयरी, बागवानी क्षेत्र में सहयोग करेगा नीदरलैंड

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सहमतिबागवानी विश्वविद्यालय के साथ सहयोग को कमेटी गठित

  • हालैण्ड दूतावास में कृषि मंत्री संग हुई वार्ता
  • हरियाणा डेयरी विकास प्राधिकरण के प्रतिनिधि होंगे सदस्य

चंडीगढ़(सच कहूँ न्यूज)। प्रदेश के साथ डेयरी, पुष्प खेती एवं खारे पानी की तकनीक से पैरी एग्रीकल्चर बढ़ाने में सहयोग देने के लिए नीदरलैण्ड का एक शिष्टमण्डल ने हालैण्ड दूतावास में भारत व श्रीलंका के कृषि सलाहकार वाउटर वरहे के नेतृत्व में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओ.पी.धनखड़ से मुलाकात की।

चर्चा के दौरान इस बात पर सहमति हुई कि हरियाणा में स्थापित किये जा रहे बागवानी विश्वविद्यालय के साथ सहयोग बढ़ाएगा इसके लिए हरियाणा सरकार ने चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति की अध्यक्षता में कार्यसमूह गठित किया गया है, जिसमें बागवानी, कृषि, पशुपालन एवं डेयरी, हरियाणा डेयरी विकास प्राधिकरण, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रतिनिधियों को सदस्य बनाया गया है, जबकि एस.के.सहरावत को इस कमेटी का सदस्य सचिव नियुक्त किया गया है।

दुनिया के सभी मुल्क किसानों को देते हैं सब्सिडी

एक प्रश्न के उत्तर में धनखड़ ने कहा कि कृषि की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए यूरोपियन देश में भी अपने तरीके से सब्सिडी देते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा देश का ऐसा राज्य हैं जहां प्रति किसान प्रति एकड़ 11000 रुपये की विभिन्न प्रकार की सब्सिडयां दी जाती हैं। यदि हम इसकी वार्षिक गणना करें तो यह 62000 रुपये प्रति एकड़ बनती है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार जैविक खेती, बागवानी खेती, पैरी एग्रीकल्चर अवधरणा पर जोर दे रही है। इस कड़ी में हाल ही में उनके आस्टे्रलिया, न्यूजीलैण्ड व फिजी जैसे देशों के दौरे के दौरान सहयोग की संभावनाएं बढ़ी हैं।

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