सिरसा l जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में शहीद (Martyr Nishan Singh) हरियाणा में सिरसा के गांव बहावदीन के 27 वर्षीय जवान निशान सिंह का रविवार की शाम अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पास-पड़ोस के गांवों के सैकड़ों लोग मौजूद थे, जो ‘निशान सिंह अमर रहे’ और ‘हिन्दुस्तान जिन्दाबाद’ जैसे नारे लगा रहे थे। निशान सिंह 14 सिक्ख एलआई रेजिमेंट में लायंस नायक के पद पर तैनात था।
पार्थिव शरीर लेकर बहावदीन गांव पहुंचे सूबेदार जसपाल सिंह ने बताया कि कल अनतंनाग में आतंकवादी छुपे होने की सूचना पर सेना ने ढाई बजे विशेष सर्च अभियान चलाया था, तीन बजे निशान सिंह की छाती में गोेली लगी। निशान सिंह को तुंरत श्रीनगर में अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जवान का पार्थिव शरीर हवाई मार्ग से बठिंडा व उसके बाद सड़क मार्ग से बहावदीन लाया गया।
पार्थिव (Martyr Nishan Singh) शरीर पहले घर तक ले जाया गया, जहां पिता सेवा सिंह, पत्नी रमनदीप कौर सहित परिवार के अन्य सदस्यों व रिश्तेदारों ने अंतिम दर्शन किये। इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। जहां सेना के अधिकारी हरप्रीत सिंह, सिरसा के उपमंडलाधिकारी जयवीर यादव, समेत राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजली दी।
सेवा सिंह ने बताया कि शहीद जवान निशान सिंह छह बेटे बेटियों में मंझला पुत्र था। उसने गांव के सरकारी स्कूल से बारहवीं तक शिक्षा ग्रहण करने के बाद पड़ोसी प्रांत पंजाब के साजली सुनाम से सेना भर्ती का प्रशिक्षण लिया औैर वर्ष 2013 में फतेहाबाद में हुई भर्ती प्रक्रिया में सफल होने के बाद भर्ती हो गया। दो महीने पहले 18 फरवरी को उसकी शादी रमनदीप से हुई। शादी के बाद 26 मार्च को ही वह ड्यूटी गया था।
सिंह ने बताया कि दो रोज पहले उनकी बेटे से फोन पर बात हुई तो वह बोला था, “गेहूं ले लेना मैं पेंमेंट ऑनलाइन कर दूंगा।” पर शनिवार शाम साढ़े छह बजे एक लेफ्टिनेट का फोन आया कि उनका बेटा नहीं रहा।
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