Weather: सहारनपुर (सच कहूँ न्यूज)। उपनिदेशक कृषि डा. राकेश कुमार ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में कहा कि चालू मौसम में गर्माहट बढ़ने से गेहू, जौ और सरसों की फसलों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस बार जनवरी और फरवरी के बीच सामान्य से अधिक तापमान बने रहने से गेहूं की बालियों में दाने का वजन कम हो जाएगा। इसका एक उपाय यह है कि किसान हल्की सिंचाई करने पर ध्यान दे।
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मौसम वैज्ञानियों के मुताबिक इस वर्ष जनवरी माह के आखिरी में अचानक मौसम में गर्मी बढ़नी शुरू हो गई। फरवरी के शुरू के दिनों में बारीश से कुछ गर्मी कम हुई लेकिन अब तापमान 25 डिग्री पार कर गया है। इससे ठंड के मौसम में किसानों के माथे पर पसीने की बूंदे आ गई हैं।
डॉ. कुमार कहते हैं कि वर्षों के बाद तापमान में बहुत ही असामान्य स्थिति पैदा हुई है और अचानक बढ़ी यह गर्मी सरसों, गेहूं और जौ जैसे फसलों के उत्पादन पर असर डालेगी। गेहूं की फसल के लिए 20 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान नहीं होना चाहिए। इस बार जनवरी में न्यूनतम तापमान भी 10 डिग्री से ऊपर चला गया। सहारनपुर जनपद गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए जाना जाता है। यदि मौसम ऐसा ही बना रहा तो फसलों की पैदावार एक तिहाई तक घट सकती है। इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
हरियाणा में कैसा रहेगा मौसम | Weather
मौसम विभाग की मानें तो हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 15 फरवरी तक खुश्क रहने की संभावना है। इस दौरान पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से 14 फरवरी से 16 फरवरी के दौरान बीच-बीच में हवाओं में बदलाव आने से राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच बीच में आंशिक बादलवाई रहने परंतु 16 फरवरी को पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से दक्षिण पश्चिमी क्षेत्रों में कुछ एक स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी संभावित जिससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट आने की संभावना है।