ब्यावर। ब्यावर के अजमेर रोड स्थित शराब के ठेके को लेकर पिछले एक पखवाडे से चल रहा विवाद अभी तक प्रशासनिक अधिकारियों के गले की हड्डी बना हुआ हैं। स्थानीय लोगों ने तथाकथित तौर से लगने वाले शराब के ठेके को लेकर अपना पहले दिन से ही विरोध जताना शुरू कर दिया। क्षेत्र की महिलाओं, पुरूषो व बच्चों ने उपखण्ड अधिकारी, जिला कलेक्टर व आबकारी विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर रिहायशी मकानों के बीच शराब के ठेके को लगाने का जमकर विरोध किया। Rajasthan News
Pensioners News : इन पेंशनर्स के लिए सरकार ने की ये बड़ी घोषणा!
जानकारी के अनुसार अजमेर रोड पर लगने वाले शराब के ठेके को लेकर आसपास के क्षेत्रवासियों ने अपना विरोध जताना शुरू कर दिया। विरोध जताने का मुख्य कारण जिस स्थान पर शराब का ठेका दिया जा रहा है, उसके पास खुली जगह में पिलाने के लिये भी जगह दी हैं, ताकि अवैध रूप से शराब के ठेकेदार अपनी दुकान में ठण्डी बोतले, खाने पीने का सामान आदि रखकर शराब के पियक्कडों को शराब परोसी जा सके।
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने शहर में जितने शराब के ठेके लगे हैं उनमें सभी जगह अवैध रूप से लोगों को बैठकर बार के रूप में शराब परोसाी जा रही हैं। इसकी एवज में लोग अतिरिक्त पैसा देकर ठेकेदार को जाते हैं। इसी को लेकर अजमेर रोड पर लगने वाले ठेके के विरोध में आसपास की रिहायशी कोलोनी के लोगों ने अपना विरोध जताया। Rajasthan News
जिला प्रशासन को ज्ञापन देने के बावजूद उस ज्ञापन पर किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे स्पष्ट होता है कि प्रशासन भी शराब ठेकेदार की मदद करने में जुटा हैं। वर्तमान परिस्थितयों को मध्यनजर रखते हुए, आमजन की भावनाओं की कद्र करते हुए प्रशासन को इसे अपने गले की फांस ना बनाकर ठेकेदार को सहजता से अन्यत्र स्थान पर शराब की दुकान को लगाने के लिये हिदायत दे देनी चाहिये थी, लेकिन आबकारी, पुलिस व स्थानीय प्रशासन तीनों ही तथाकथित तौर से शराब ठेकेदार को सहयोग कर उसी स्थान पर शराब की दुकान को खुलवाने के लिये आमादा हैं।
शनिवार को शराब ठेकेदार के व्यक्ति ने किसी महिला के साथ बदतमीजी करने की कोशिश की, जिस पर पुलिस को इतला दी गइ। पुलिस मौके पर पहुंची ओर युवक को उठाकर थाने ले आई, इस घटना के विरोध में क्षेत्रवासी भी इकठा होकर थाने पहुंच गये ओर ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाही करने की मांग करने लगे। उपस्थित क्षेत्रवासियों द्वारा थानाधिकारी को शिकायत की कि खुले मे शराब पिलाकर तथाकथित तौर से महिलाएं बदतमीजी कर रही हैं।
पुलिस ने अवैध रूप से खुले मे शराब पिलाने वाले व पीने वाली महिलाओं के विरूद्ध कार्यवाही करने के बजाय उन्हें पनाह दिया जा रहा था। प्रशासन स्वयं अशान्ति फैलाने वालों के खिलाफ मूक बनकर देखता रहा लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की। उधर दुकान मालिक ने पूर्व सभापति, दो पार्षद सहित करीब 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया हैं। धरना प्रदर्शन अभी भी मौके पर जारी हैं और मामला प्रशासन के गले की हड्डी बना हुआ हैं। Rajasthan News