करौली। (सच कहूँ न्यूज) पत्नी का कर्ज कभी भुलाया नहीं जा सकता है। भारतीय लोककथाओं में सावित्री और सत्यवान की कहानी काफी लोकप्रिय है। (Karauli) आपने भी इनकी कहानी सुनी होगी। पतिव्रता सावित्री अपने पति को यमराज के यहां से मुक्त करा लिया था। राजस्थान में कुछ इसी तरह का घटनाक्रम सामने आया है। दरअसल राजस्थान के करौली मेंं एक महिला ने अपने पति को बचाने के लिए मगरमच्छ से जा भिड़ी और उन्हें इस खतरनाक जलचर के चंगुल से छुड़ा कर ही दम लिया। विवाहिता अकेले ही लाठी लेकर मगरमच्छ से मुकाबला किया और अपने पति को बचा लिया।
क्या है मामला
गौरतलब हैं कि एक किसान अपनी बकरियों को चंबल नदी के आसपास चरा रहा था। कुछ देर बाद वह बकरियों को पानी पिलाने के लिए नदी की ओर चल दिया। पशुपालक किसान बकरियों को चंबल नदी में पानी पिला ही रहा था कि पहले से घात लगाकर बैठे मगरमच्छ ने उनपर हमला कर दिया। मगरमच्छ किसान के पैर को अपने जबड़े में जकड़ लिया और उन्हें नदी में खींचने लगा। किसान दर्द से कराहने और चिल्लाने लगा। उनकी आवाज सुनकर उनकी पत्नी मौके पर पहुंच गई और हालात देखकर कुछ देर के लिए भयभीत हो गई।
पत्नी के प्रयास पति की बची जान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना करौली जिले के मंडरायल के रोधई के कैमकच्छ गांव की है। मगरमच्छ किसान को खींचकर गहरे पानी में ले जाने लगा। पहले पत्नी भयभीत हुई, लेकिन उसके बाद वह संभली और पति को बचाने के लिए लाठी लेकर नदी में कूद पड़ी। महिला ने मगरमच्छ पर लाठी से हमला करना शुरू कर दिया। वह लगातार लाठी बरसा रही थी। महिला ने मगरमच्छ की आंख में लाठी घुसा दी। इससे मगरमच्छ ने किसान का पैर छोड़ दिया और वापस गहरे पानी में चला गया।
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