सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा)। डेरा सच्चा सौदा की दूसरी पातशाही पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज का 103वां पावन अवतार दिवस(Holy Incarnation Day) साध-संगत ने मंगलवार को दुनिया भर में मानवता भलाई कार्यों के साथ मनाया। इस शुभ अवसर पर साध-संगत में अपने सतगुरु के प्रति अटूट प्रेम, श्रद्धा और विश्वास का अनुपम संगम देखने को मिला। डेरा प्रबंधन की ओर से अपने-अपने घरों में रहकर भंडारे की खुशी मनाने की अपील की गई थी। लेकिन अपनी असीम श्रद्धा भावना के चलते शाह सतनाम जी धाम में बड़े उत्साह से साध-संगत पहुंची।
इस दौरान कोविड-19 गाइड लाइन का पूर्णत: पालन करते हुए नामचर्चा का आयोजन किया गया। पंडाल में श्रद्धालुओं ने थर्मल स्कैनिंग, सेनेटाइजेशन और मास्क लगाने के बाद ही प्रवेश किया। इस पावन अवसर पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की नेक मेहनत की कमाई में से 131 अति जरूरतमंदों को गर्म कंबल, 71 जरूरतमंद परिवारों को राशन, 31 गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार किट, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 51 सिलाई मशीनें भेंट की गई। साध-संगत की ओर से 10 दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकिलें दी गईं। इसके अलावा साध-संगत द्वारा ब्लॉक स्तर पर मानवता भलाई को समर्पित …
जरूरतमंदों को बनाकर दिए गए मकानों की चाबियां सौंपी गई। वहीं पूज्य गुरु जी द्वारा भेजे गए 8वें रूहानी पत्र को पढ़कर सुनाया गया। पूज्य गुरु जी के आह्वान पर साध-संगत ने 138वें(Holy Incarnation Day) मानवता भलाई कार्य के रूप में प्रण लिया कि ‘गरीब व अनाथ छोटे बच्चे, जो बीमार हों, उनका इलाज करवाएंगे व खाने का सामान देंगे।’’ इस पावन अवसर पर तीन भक्तयोद्धाओं और 8 अन्य युगलों की डेरा सच्चा सौदा की मर्यादानुसार दिलजोड़ माला पहनाकर शादियां हुई। नामचर्चा समाप्ति तक साध-संगत का दरबार में आना-जाना निरंतर जारी रहा।
इसके साथ ही हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, बिहार सहित देश के अन्य राज्यों और अमेरिका, आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, कनाड़ा, यूएई, फिलीपींस सहित विदेशों की करोड़ों साध-संगत ने अपने घरों में ऑनलाइन नामचर्चा का लाभ उठाया और जरूरतमंदों की मदद करके मानवता भलाई कार्यों के कारवां को रफ्तार दी। इस दौरान मानवता भलाई कार्यों के दौरान सतगुरु से ओड़ निभाने वाले सेवादारों को पवित्र नारा लगाकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
शाह सतनाम जी धाम में मंगलवार दोपहर 12 बजते ही ‘‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’’ के पवित्र नारे के साथ आसमां गुंजायमान करते हुए साध-संगत ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को पावन अवतार दिवस की बधाई दी, जिसके साथ नामचर्चा का आगाज हुआ। तत्पश्चात कविराज भाइयों ने ‘सतगुर, सतगुरु, प्यारे सतगुरु’, ‘जलालआणे आये अवतार जीयो’, ‘आई-आई जी 25 जनवरी प्यारी-प्यारी’, ‘हमरा लख-लख सजदा धरती इस प्यारी को’ आदि भजनों के माध्यम से गुरु महिमा का गुणगान किया।
इस शुभ अवसर पर पूज्य गुरु जी के रिकॉर्डिड अनमोल वचन चलाए गए। पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज(Holy Incarnation Day) के मानवता पर किए गए परोपकारों को दर्शाती और पूज्य गुरु जी के आह्वान पर साध-संगत द्वारा कोरोना के मद्देनजर बचाव के लेकर चलाए गए जागरूकता अभियान से संबंधित डॉक्यूमेंट्री भी चलाई गई। नामचर्चा की समाप्ति पर आई हुई साध-संगत को कुछ ही मिनटों में लंगर भोजन और प्रशाद वितरित कर दिया गया। इसके पश्चात साध-संगत पूरी मर्यादा में रहते हुए खुशी-खुशी अपने घरों को लौट गई।
पंजाब के कई सियासी नेताओं ने की शिरकत
पावन भंडारे की नामचर्चा में अबोहर से भाजपा विधायक अरूण नारंग, पटियाला दिहाती से कांग्रेस प्रत्याशी व मेयर संजीव बिट्टू, मानसा से कांग्रेस के पूर्व विधायक मंगत बंसल, सरदूलगढ़ से भाजपा प्रत्याशी जगजीत सिंह मिल्खा समेत कई सियासी नेताओं ने शिरकत की।
सच्चे दाता रहबर ने करोड़ों लोगों का जीवन संवारा : पूज्य गुरु जी
पावन भंडारे की नामचर्चा में पूज्य गुरु जी के रिकॉर्डिड वचन चलाए गए। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने फरमाया कि मालिक की साजी-नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ जैसा आप सब जानते हैं कि आज वो पाक-पवित्र दिवस है जब चेहरों पर नूर लाने वाले, अंदर सुरूर भरने वाले, गम चिंता टैंशन मिटाने वाले और दोनों जहान की सैर करवाने वाले सच्चा दाता रहबर शाह सतनाम जी मालिक आए।
सच्चे दाता रहबर ने करोड़ों लोगों …
शाह सतनाम जी, शाह मस्तान जी दाता-रहबर का अवतार दिवस भंडारे के रूप में साध-संगत मना रही है। इस अवतार दिवस की, पाक-पवित्र भंडारे की आप सबको बहुत-बहुत मुबारकबाद, बधाईया। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि जिन बुलंदियों को आप छू रहे हैं, वो इन्सानियत की बुलंदियां हर किसी के भाग्य में नहीं होती, उन बुलंदियों को छूकर आप बस मत कीजिए, क्योंकि उन बुलंदियों में आपकी तकदीर बदलने की शक्ति सतगुरु-मौला ने भर रखी है।
जिन्होंने लाखों-करोड़ों की तकदीर बदली, जो घर नशों के कारण नरक-दोजख बन गए थे, मुर्शिदे कामिल के एक निगाहे करम से वे स्वर्ग-जन्नत से बढ़कर बन गए। आज उनमें से करोड़ों लोग अपने सतगुरु के अवतार दिवस(Holy Incarnation Day) का जश्न मना रहे हैं। उनके चेहरों पर लाली है, खुशियों का आलम है और दिलोदिमाग में सुरूर भरा हुआ है।
आपजी ने फरमाया कि आज के दौर में ड्रग का बोलबाला है, लोग लोगों के गुलाम हैं, नशे के गुलाम हैं, बुराइयां इन्सान को घुन की मानिंद खाए जा रही हैं, इन्सानियत रसताल में जा रही है, जिस जननी को भगवान से बढ़कर दर्जा था, उसी जननी को पैदा होने से पहले गर्भ में कत्ल किया जा रहा है। ऐसे भयानक दौर के बावजूद जिनके चेहरों पर नूर है, चिंता-टैंशन परे हैं, वो आज शाह सतनाम जी दाता रहबर का वो पल्ला पकड़े खड़े हैं। आज इन मालिक के प्यारों के चेहरों को आप देखों तो उस मालिक का नूरे जलाल नजर आता है, क्योंकि जो अपने सतगुरु मौला के वचन मानते हैं, उन्हें मालिक कोई कमी नहीं छोड़ते।
पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि मालिक के प्यारों के घरों में बरकते हैं, चेहरों पर नूर है और अंदर सुरूर है, ये कोई मामूली बात नहीं है। इस दौर में खुशी लाने के लिए बड़े-बड़े शहरों में क्लब खोले गए हैं, जहां हा-हा, ही-ही, हू-हू करके खुशी की कोशिश की जाती है। लेकिन जब तक अंदर के गम, दिमाग की टैंशन दूर नहीं होती, प्रोब्लम से निकलने का सॉल्यूशन नहीं मिलता और आत्मा में शांति नहीं होती, तब तक सच्ची खुशी चेहरे पर नहीं आती, चाहे कोई कितना भी जोर लगा ले।
आपजी ने आगे फरमाया कि और यहां अलग ही नजारा देखने को मिलता है। कोई रास्ता रोकने का जोर लगाए, राम नाम से हटाए, बुराई आड़े आए, लेकिन इन मालिक के प्यारों के अंदर से सुरूर और चेहरों से नूर कोई हटा नहीं सकता। ये उसका रहमोकरम है, जिनका आज अवतार भंडारा(Holy Incarnation Day) मना रहे हैं। पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि हर कोई अपने तरीके से जोर लगा रहा है। हर कोई चालें चल रहा है। लेकिन दयालु दाता रहबर शाह मस्ताना जी महाराज, शाह सतनाम जी दाता रहबर ने जो वचन किए हैं, वो ना तो कभी झूठे हुए हैं और ना कभी झूठे होंगे, वो ज्यों के त्यों पूरे हो रहे हैं। सतगुरु जी ने फरमाया कि घोर कलियुग आएगा, ऐसा बुराई का समय जहां रिश्ते-नाते, मित्रता-दोस्ती, प्यार-मोहब्बत सब के सब गर्ज, स्वार्थ से जुड़ जाएंगे।
आप से स्वार्थ, गर्ज होगी तो हर कोई आपको सजदा करेगा, नमस्कार करेगा, प्यार मोहब्बत लुटाएगा और गर्ज नहीं होगी तो कोई आपसे बात पूछने नहीं आएगा, आप दुखी हैं या सुखी हैं। तो ऐसे दौर में मालिक के वो प्यारे होंगे, जो इन्सानियत की मशाल लेकर दुनिया को रास्ता दिखाएंगे। वास्तव में वो मालिक के प्यारे आप सब हैं, जो रास्ता दिखा रहे हैं, इन्सानियत की सेवा में बढ़ चढ़कर आगे आ रहे हैं। धन्य हैं माँ-बाप, धन्य हैं परिवार, धन्य वो कुल है जिसमें आप जन्में हैं और अरबों सजदे मुर्शिद कामिल सतगुरु को, जिन्होंने अंगुली पकड़कर रूहानियत, इन्सानियत के रास्ते पर आपको चलाया है।
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