गाजियाबाद (सच कहूँ /रविंद्र सिंह)। संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू)के जिला अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार को किसानों के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस दमन रोकने और मुक्त व्यापार समझौतों पर रोक लगाने के संबंध में डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। जिला मुख्यालय पर भाकियू जिला अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में भाकियू के सकड़ों पदाधिकारियों ने एडीएम को ज्ञापन सौपा। बिजेंद्र सिंह ने कहा की सरकार होश में आये और किसानों का उत्पीड़न बंद करें। वरना देश का किसान मजबूरन बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होगा।
बिजेंद्र सिंह ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति को अवगत कराया गया है कि पिछले कुछ समय से पंजाब सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर किसानों की जायज मांगों के लिए चल रहे संघर्ष के खिलाफ पुलिस के जरिए दमन अभियान चला रही है। यद्यपि देश के संविधान के अनुसार देश के नागरिकों को अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष करने का मौलिक लोकतांत्रिक अधिकार प्राप्त है। लेकिन पिछले दिनों संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा चंडीगढ़ में 5 मार्च से किए जाने वाले सात दिवसीय धरने को तार पिरो कर पूरे प्रदेश को खुली जेल में तब्दील कर दिया गया। और 19 मार्च को केंद्र सरकार के मंत्रियों से बातचीत कर लौट रहे किसान नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। शंभू और खनौरी में बुलडोजर चलाकर किसानों के धरनास्थलों को जबरन उठा दिया गया। ट्रैक्टर ट्रॉलियों सहित किसानों के उपकरण तोड़ दिए गए। बड़े पैमाने पर सामान चोरी होने की खबरें आ रही हैं। राज्य में पुलिस राज्य स्थापित कर जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला जा रहा है।
कर्नल पुष्पेंद्र सिंह बाठ के खिलाफ पुलिस की बर्बरता और सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद लोगों के घरों को बुलडोजर से ध्वस्त करना इसके ज्वलंत उदाहरण हैं। दूसरी ओर, केंद्र सरकार अमेरिका, यूरोपीय संघ और न्यूजीलैंड के साथ मुक्त व्यापार समझौतों पर बातचीत कर रही है। ये समझौते देश के राष्ट्रीय हितों के लिए हानिकारक साबित होंगे। केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने के लिए अमेरिका का एक प्रतिनिधिमंडल फिलहाल भारत के दौरे पर है। इन मुक्त व्यापार समझौतों से देश के कृषि और डेयरी क्षेत्र के साथ-साथ अन्य छोटे व्यवसायों के नष्ट होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसी परिस्थितियों में संयुक्त किसान मोर्चा एवं विभिन्न न्यायप्रिय जनसंगठन आपसे मांग करते हैं कि पुलिस द्वारा किया जा रहा अंधाधुंध बल प्रयोग तत्काल बंद किया जाए तथा जनता के संघर्ष के लोकतांत्रिक अधिकार को बहाल किया जाए।गिरफ्तार या जेल में बंद सभी किसानों को बिना शर्त रिहा किया जाए किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉलियों सहित सभी उपकरण वापस किए जाए। क्षतिग्रस्त या चोरी हुए सामान की भरपाई पंजाब सरकार द्वारा की जानी चाहिए। और अमेरिका सहित अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों के लिए चल रही बातचीत जो राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध है,रोकी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि आप हमारी मांगें पूरी करेंगे।
इस मौके पर ये भाकियू पदाधिकारी मौजूद रहे
राष्ट्रीय सचिव चौधरी ओमपाल सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष रामकुमार चौधरी जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह ,जिला उपाध्यक्ष यशवीर सिंह , युवा जिला अध्यक्ष छोटे चौधरी, जिला प्रभारी जय कुमार मलिक, जिला कोषाध्यक्ष पवन चौधरी (दुहाई ) ,महानगर अध्यक्ष सुधीर बाहुबली सदर तहसील अध्यक्ष ब्रह्मपाल चौधरी विनीत चौधरी संजीव ढिडार यशपाल चौधरी महेश यादव अजीत चौधरी भोजपुर , मुस्तफा, सिंटू नेहरा, जिला उपाध्यक्ष अब्दुल चौधरी , फौजी चौधरी ,युवा जिला सचिव सचिन तेवतिया (महरौली) ,रविंद्र चौधरी, राजेश चौधरी, अनुज चौधरी कुंवरपाल चौधरी ,रणकुमार चौधरी, सुबे चौधरी ,कपिल चौधरी ,विकास चौधरी, पप्पू चौधरी,पवन कुमार लालाराम बापू वीरेंद्र त्यागी आदि सैकड़ों भाकियू पदाधिकारी मौजूद रहे।