पानीपत (सन्नी कथूरिया)। पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाही करते हुए सीआईए वन प्रभारी इंस्पेक्टर राजपाल की टीम ने 25 जुलाई को तहसील कैंप में आरोपियों द्वारा घर में बुजुर्ग महिला को बंधक बनाकर की गई लूट की वारदात का पर्दाफास करते हुए सरगना सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। आरोपियों की पहचान कपिल पुत्र तेजपाल, पंकज पुत्र मदन पाल निवासी चांदना हेडी बागपत, सोमपाल पुत्र जसबीर निवासी सालहेडी मुजफ्फरनगर यूपी व संदीप पुत्र सियानंद निवासी न्यू रमेश नगर तहसील कैंप पानीपत के रूप में हुई।
गिरोह के सरगना आरोपी संदीप ने करवाई थी दामाद के घर लूट
आरोपी संदीप की बेटी व तहसील कैंप के प्रकाश नगर निवासी जुगनू बैंक में जॉब करते है। दोनों की जून महीने में शादी हुई थी। शादी के दो/ तीन दिन बाद ही आरोपी संदीप ने दामाद जुगनू के पास पैसे व जैवरात देखकर लालच आ गया और घर में लूट करवाने की योजना बनाई। इसके लिए आरोपी संदीप ने यूपी के छपरौली निवासी अपने दोस्त इनाम से मिलकर दामाद जुगनू के घर की सारी जानकारी दी। इनाम ने संदीप को अपने जानकार कपिल व सोमपाल निवासी चांदना हेडी बागपत व कपिल निवासी सालहेडी मुजफ्फर नगर यूपी से मिलवाया। आरोपी संदीप व इनाम ने तीनों को घर की जानकारी देकर लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार किया। आरोपी संदीप ने तीनों को बताया था की दामाद जुगनू व बेटी दिन में जॉब पर चले जाते है। घर पर बेटी की सास सुदेश अकेली ही रहती है।
वारदात को अंजाम देने के लिए तीनों आरोपी यूपी से बाइक पर पानीपत आए थे
आरोपी कपिल, पंकज व सोमपाल ने वारदात को अंजाम देने से दो दिन पहले पानीपत आकर तहसील कैंप के प्रकाश नगर में घर के आसपास की रेकी की। 25 जुलाई को तीनों आरोपी यूपी से बाइक पर पानीपत आए और मुंह पर कपड़ा लपेट व हेलमेट पहने दिन में करीब 12 बजे तहसील कैंप में जुगनू के घर के अंदर घूसे। जुगनू व उसकी पत्नी जॉब पर गए थे घर पर उसकी मॉ सुदेश अकेली ही थी। तीनों आरोपियों ने बुजुर्ग महिला सुदेश को पिस्तौल के बल पर बंधंक बनाकर अलामारी से करीब 4 लाख रूपए कैश व सोने के जैवरात लूटकर फरार हो गए थे।
थाना तहसील कैंप में बुजुर्ग महिला सुदेश की शिकायत पर है मुकदमा दर्ज
थाना तहसील कैंप में 57 वर्षीय बुजुर्ग महिला सुदेश पत्नी श्याम सुंदर निवासी प्रकाश नगर तहसील कैंप ने 25 जुलाई को शिकायत देकर बताया कि वह घर पर अकेली थी। बेटा जुगनू व पुत्रवधू जॉब पर गए हुए थे। दोपहर करीब 12 बजे तीन अज्ञात युवक मुंह पर कपड़ा बांधे घर के अंदर आए तीनों ने सिर पर हेलमेट पहना हुआ था। आरोपियों ने उसको कुर्सी पर बांधने के साथ ही मुंह भी बांध दिया और अलमारियों की चांबी मांगी। मना करने पर उनमें से एक आरोपी ने अपने पास छुपाकर रखी पिस्तौल निकाली। पिस्तौल वाला आरोपी उसके पास खड़ा रहा। आरोपी दूसरी मंजिल पर गए और दोनों कमरों में रखी अलमारी का ताला तोड़ कर सोने के जैवरात व नगदी निकाल कर फरार हो गए।
आरोपियों ने जाते समय घर के दरवाजे को बाहर से ताला लगा दिया। उसने किसी तरह से अपने हाथ खोले और पड़ोसियों को आवाज लगाई। आवाज सुनकर पड़ौसी आ गए और उनकों घटीत वारदात बारे बताया। पड़ोसियों ने बेटे जुगनू को फोन कर सूचना दी। कुछ ही देर में बेटा घर पर पहुंचा और ताला तोड़कर अंदर आया। घर का सामान चौक किया तो दोनों अलमारियों के ताले टूटे हुए थे। आरोपी अलमारी में रखे 2 सोने के हार, टोपस, बालिया, 12 अंगुठी, 6 चौन व चांदी की 3 पायल व चुटकी व 4 लाख रूपए कैश लूट कर ले गए। शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाना तहसील कैंप में आईपीसी की धारा 342, 379बी, 392, 34 व आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम ने आरोपियों की पहचान व धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।
इंस्पेक्टर राजपाल सिंह ने बताया वारदात की सूचना मिलते ही थाना तहसील कैंप प्रभारी व जिला की तीनों अपराध शाखा के प्रभारी तुरंत मौके पर पहुंचे और मामला पुलिस अधीक्षक श्री शशांक कुमार सावन के संज्ञान में लाया गया था। पुलिस अधीक्षक महोदय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तुरंत स्वयं वारदात स्थल का मुआयना किया और आरोपियों को पकड़ने के लिए मौके पर ही सीआईए वन की टीम को विशेष दिशा निर्देश दिए थे। पुलिस टीम ने विभिन्न पहलुओं पर जांच करते हुए आस पास लगे सीसीटीवी केमरा में कैद फुटेज की गहनता से छानबीन की तो एक जगह कैमरा में तीनों आरोपियों की फुटेज मिली थी। सीसीटीवी फुटेज जारी करवाते हुए पुलिस अधीक्षक महोदय ने आरोपियों की सूचना देने पर 50 हजार रूपए का इनाम भी रखा था।
इंस्पेक्टर राजपाल सिंह ने बताया सीआईए वन की टीम ने विभिन्न पहलूओं पर गहनता से जांच करते हुए आरोपियों के बारे में वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर जानकारी जुटाकर विभिन्न ठीकानों पर दबिस देते हुए वीरवार साय कड़ी मशक्कत के बाद चारों आरोपियों को पानीपत में सैक्टर 18 रोड से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकार किया। पुलिस टीम ने फरार आरोपी के ठीकानों का पता लगा काबू करने, लूटी गई नगदी व जैवरात बरामद करने के लिए गिरफ्तार चारों आरोपियों को आज माननीय न्यायालय में पेश कर 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया।
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