महाशिवरात्रि का पर्व 25 और 26 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा

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Pehowa महाशिवरात्रि का पर्व 25 और 26 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा

पिहोवा।  श्री संगमेश्वर महादेव मंदिर अरुणाय में महाशिवरात्रि का पर्व 25 और 26 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा। मंदिर की ओर से महाशिवरात्रि मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। 25 फरवरी को सुबह 2 बजकर 30 मिनट से लेकर 26 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक लाखों श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे। मंदिर के सचिव महंत विश्वनाथ गिरी बताया कि श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी के सानिध्य में मेले का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर मेडिकल कैंप लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सेवादल के लगभग 350 सदस्य ड्यूटी संभालेंगे। रात्रि के 11:30 से लेकर 12:30 तक भस्माभिषेक कार्यक्रम होगा। जिसमें संत महात्मा गाय के गोबर के अपनों से बनी भस्म से अभिषेक पूजन करेंगे। श्रद्धालुओं के लिए सभी धर्मशालाओं में भंडारों की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने बताया कि नव निर्माण कार्य के बाद इस बार श्रद्धालुओं को पूरा मंदिर परिसर नए लुक में नजर आएगा। भगवान भोलेनाथ को उज्जैन महाकाल की तरह लगभग 35 किलो चांदी से सुसज्जित किया गया है। इस विशेष रूप से जयपुर के कलाकारों ने तैयार किया है। मंदिर के गर्भ गृह के दरवाजों को चौड़ा करके निकासी द्वार की तरफ लाइनों को बढ़ाया जाएगा ताकि भीड़ पर नियंत्रण किया जा सके। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए कई एकड़ में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। मेला परिसर में झूले और मनोरंजन के अन्य साधन भी पहुंचने लगे हैं। इस दौरान रोडवेज की ओर से भी मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की जाएगी। मंदिर के अंदर से जलाभिषेक का पूरा वीडियो एलईडी पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। जिसे श्रद्धालु बाहर से ही निहार सकेंगे। लाइनों में लगने वाले श्रद्धालुओं के लिए जल एवं दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए अलग से दर्शनों की लाइन बनाई जाएगी।

जलहरी से होगा जलाभिषेक

सेवादल के प्रबंधक ने बताया कि भीड़ पर नियंत्रण के लिए पिछली बार की तरह इस बार भी जलहरी लगाई जाएगी। श्रद्धालु बाहर से ही जलहरी में अपनी सामग्री और जल डालेंगे। जो शिवलिंग तक पहुंचेगी। भूषण गौतम ने बताया कि मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं की भीड़ के प्रवेश से बाहर जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। जलहरी की व्यवस्था से श्रद्धालु तुरंत जलाभिषेक कर सकेंगे। इसके अलावा मंदिर में इस भांप से बना भोजन श्रद्धालुओं को भंडारे में दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि लंगर हाल को भी तीन अलग-अलग हिस्सों में विभाजित किया गया है जिसमें एक हिस्सा संत महात्माओं के लिए रिजर्व रहेगा और दो में श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में मंदिर को लाइटिंग से सजाया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर में लगे 32 सीसीटीवी और दो पीटीजेड कैमरों के अलावा 18 अतिरिक्त कैमरे एवं दो ड्रोन से पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जाएगी। यातायात व्यवस्था के लिए भी पुलिस से 60 अतिरिक्त कर्मचारियों की मांग की गई है। गलत तरीके से खड़े किए जाने वाले वाहन जो जाम का कारण बनते हैं उनको हटाने के लिए क्रेन की व्यवस्था भी की जाएगी। भूषण गौतम ने कहा कि मंदिर प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं को प्रत्येक आवश्यक सुविधा देने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से मंदिर प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।

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