ओपीएस की सुरक्षित निरंतरता, वेतन विसंगति तथा विसंगति निवारण की मांग
हनुमानगढ़। ओपीएस की सुरक्षित निरंतरता, वेतन विसंगति, पदोन्नति के अवसरों में विसंगति निवारण तथा विभागों को बचाने के लिए कर्मचारियों की ओर से सात फरवरी को अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के बैनर तले जिला कलक्ट्रेट के समक्ष धरना दिया जाएगा। Hanumangarh News
धरना सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक जारी रहेगा। महासंघ के जिलाध्यक्ष चन्द्रभान ज्याणी के अनुसार कर्मचारियों के समक्ष आज अनेक गंभीर चुनौतियां मौजूद हैं। बेशक राजस्थान में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) लागू हो गई है। परंतु ओपीएस पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। अनेक संवर्गों में वेतन विसंगतियां पैदा हो गई हैं। इनका निराकरण सरकार नहीं कर रही। खेमराज समिति की रिपोर्ट ने भी निराश किया है। अधीनस्थ सेवा के कर्मचारियों और शिक्षकों के पदोन्नति अवसरों में बहुत अधिक विषमता है।
सरकार की निजीकरण की नीति के तहत अनेक विभागों में पद समाप्त किए जा रहे हैं। विद्यालयों को बंद किया जा रहा है। विभागों का दायरा घटाया जा रहा है। कार्यभार बढ़ाया जा रहा है। जान-बूझकर पद खाली रखे जा रहे हैं। कार्य समयावधि बढ़ाई जा रही है और संविदा पर नियुक्तियां की जा रही हैं। ज्याणी ने कहा कि कर्मचारियों की मांगों के प्रति सरकार का रूख निरंकुशतापूर्ण है।
ऐसी स्थिति में आवश्यक है कि राज्य के कर्मचारी एकजुटता का इजहार करें और सांझे रूप से आवाज बुलंद करें। उन्होंने अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के कर्मचारियों से अधिकाधिक संख्या में जिला कलक्ट्रेट के समक्ष होने वाले धरने में शामिल होकर इस न्याय संघर्ष में अपना योगदान करने का आह्वान किया है। Hanumangarh News
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