वृद्धाश्रम में पहुंचकर की इंसानियत की सार-संभाल
संगरूर (सच कहूँ/नरेश कुमार)। एम एस जी डेरा सचा सौदा व मानवता भलाई केंद्र ब्लाक संगरूर की साध संगत ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए एक दिन व्रत रख कर वृद्धाश्रम में जाकर बुजुर्गों को खाना खिलाया व उनका हाल चाल जाना। इस मौके पर गांव बड़रुखा के शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर संगठन के सेवादार भी मौजूद थे। Sangrur News
जानकारी देते हुए डेरा प्रेमी हरविंदर सिंह बब्बी इन्सां ने बताया कि डेरा सच्चा सौदा के द्वारा किए जा रहे है 167 मानवता भलाई कार्यों में से एक ‘फूड बैंक’ भी है जिसमें डेरा प्रेमी एक दिन व्रत रख कर अनाज बचा कर फूड बैंक में जमा किया जाता है और वो बचा हुआ अनाज व अन्य खाद्य सामग्री का खाना तैयार कर जरूरत मंदों को खिलाया जाता है ताकि कोई भूखा ना रहे।
बुजुर्ग किसी ना किसी कारणवश यहां रहने को मजबूर
बब्बी इन्सां ने बताया कि गांव बड़रुखा व गांव बहादुरपुर के नजदीक स्थित डॉ. नरिंदर सिंह वृद्धाश्रम, जिस की दो ब्रांच है एक ब्रांच में बुजुर्ग माता बहनें और दूसरी ब्रांच में बुजुर्ग पुरुष रहते हैं। जो अपने परिवारों से अलग किसी ना किसी कारणवश यहां रहने को मजबूर है। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों ने पूज्य गुरुजी द्वारा शुरू किए गए नए मानवता भलाई कार्य ‘वृद्धाश्रमों में जाकर बुजुर्गों के साथ वक्त बिताएंगे ताकि उन्हें औलाद की कमी महसूस न हो’ का अनुसरण करते हुए वृद्धाश्रम में पहुंचकर आश्रम में रह रहे बुजुर्गों का कुशलक्षेम जाना। उन्हें भोजन करवाया। Sangrur News
जैसे ही सेवादार शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर संगठन की वर्दी पहन कर आश्रम में खाना लेकर दाखिल हुए बजुर्ग इन सेवादारों को देख कर बहुत खुश हुए । खाना खा कर सेवादारों के प्रेम के जज्बे को देख कर वह ढेरों दुआएं देने लगे। सांटी इन्सां और धनवंत इन्सां ने बताया कि बुजुर्ग माता उनसे मिलकर इतनी खुश हुई कि कहने लगी कि बेटा आप ही हमारे सच्चे पुत्र हो जो हमारी सेवा करने आये हो । यह कहते हुए उनकी आंखें नम हो गई।
सेवादारों के सेवा के जज्बे को देखा तो बहुत खुशी महससू हुई
डेरा प्रेमियों के सेवा के जज्बे को देख कर वृद्धाश्रम के सेवादार विवेक शर्मा ने बताया कि उसने पहले डेरा के सेवादारों के बारे में बहुत सुना था लेकिन आज जब सेवादारों के सेवा के जज्बे को देखा तो बहुत खुशी महससू हुई। उन्होंने कहा कि ये सेवा इंसानियत की सच्ची सेवा है जिस के बदले में बहुत सारी दुआयें मिलती हैं। धन्य है ये सेवादार जो आज के कलयुग के समय में भी इतनी सेवा कर रहे हैं।
इस अवसर पर गांव बड़रुखा की साध संगत ने भी सहयोग किया जिनमें स्वर्ण दास, जसवीर सिंह, केवल इन्सां , जग्गू इन्सां ,मेजर इन्सां, पवन इन्सां , कुलविंदर इन्सां शाम लाल इन्सां, अवतार सिंह , बबली इन्सां , जसवीर सिंह, खुशप्रीत कौर , नन्नू इन्सां मौजूद रहे। Sangrur News
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