मेरठ (रकम सिंह। सचखंड वासी माता गुलाब कौर पत्नी जी एस एम भाई धर्मपाल सिंह इन्सां निवासी हजूराबाद गढ़ी, बिनोली बागपत उत्तर प्रदेश जो की 7 सितंबर दिन शनिवार को अपनी सांसारिक यात्रा पुरी कर सतगुरु की गोद में बैठकर सचखंड जा विराजी, के नामित नाम चर्चा आज उनके पैतृक गांव हजूराबाद गढ़ी में संपन्न हुई। नाम चर्चा का संचालन ब्लॉक प्रेमी सेवक द्वारा किया गया। कविराज भाई जसविंदर इन्सां, कृष्ण पाल इन्सां, सबरचंद इन्सां आदि द्वारा भजन वाणी की सेवा की गई, नाम चर्चा में उपस्थित भाई बहनों को एम एस जी द्वारा रचित ग्रंथ में से यह संसार मिथ्या है, यहां कोई भी टिककर नहीं रहा विषय से संबंधित व्याख्या राजेंद्र इन्सां द्वारा सुनाई गई।
माताजी ने 1983 में परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज से बरनावा आश्रम में नाम की अनमोल दात प्राप्त की थी, उनके समस्त परिवार नामधारी है एवं आश्रम से जुड़ा हुआ है, वह अपने पीछे 6 लड़के अंगपाल इन्सां, जोगिंदर इन्सां, रविंद्र इन्सां, जसबीर इन्सां, उपेंद्र इन्सां, हरेंद्र इन्सां एवं दो पुत्री बहन मुनेश इन्सां सुरेश इन्सां एवं पोते पोतियो को छोड़ गई हैं। माता जी के तीन लड़के जोगेंद्र इन्सां, रविंद्र इन्सां, जसवीर इन्सां एवं उनके पति धर्मपाल इन्सां डेरा सच्चा सौदा आश्रम में जी एस एम की सेवा कर रहे हैं, उत्तर प्रदेश के लिए यह बहुत ही गौरव की बात है कि एक ही परिवार से चार जी एस एम भाई आश्रम में रहकर सेवा कर रहे हैं! माताजी ने भी अपना अधिकतम समय आश्रम में रहकर लंगर की सेवा में व्यतीत किया है, अभी 2 महीने पहले ही उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण उनका पुत्र उनके इलाज के लिए घर पर ले गया था। सिरसा से जी एस एम भाई पवन खान इन्सां, 85 मेंबर भाई रामेश्वर इन्सां, रामदास इन्सां, रोहताश इन्सां, 85 मेंबर बहन राजेश इन्सां, नीरज इन्सां, प्रवेश इन्सां, निर्मला इन्सां, विनोद इन्सां के साथ-साथ बड़ोत,बरनावा मेरठ के जिम्मेदार मिस्त्री भाई राम सिंह, राजेंद्र,बबलू, राजू, रकम सिंह, बृजभूषण, कृष्णपाल, डॉ वीरेंद्र, सबरचंद आदि ने माता जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।