परिजनों ने हंगामा किया तो करीब डेढ़ घंटे बाद सौंपा शव|Dead bodies handed over
हनुमानगढ़ (हरदीप, सच कहूँ न्यूज)। ह्रदयाघात से दम तोड़ने वाले प्रौढ़ (Dead bodies handed over) का शव लेने के लिए मृतक के परिजनों को जिला अस्पताल में काफी मगजमारी करनी पड़ी। परिजन अस्पताल की मोर्चरी में रखे शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई करवाए बगैर शव सौंपने के लिए अस्पताल में स्थापित पुलिस चौकी के प्रभारी के आगे मिन्नतें करते रहे। आरोप है कि पहले तो चौकी प्रभारी का दिल नहीं पसीजा। उसने पोस्टमार्टम की कार्रवाई न करवाने के संबंध में हस्तलिखित कागज को फाड़कर फेंक दिया तथा कंप्यूटर प्रति मांगी। उसने परिजनों से अभद्र व्यवहार भी किया। बाद में परिजनों ने हंगामा किया तो करीब डेढ़ घंटे बाद चौकी प्रभारी ने शव सौंपा। यह वाक्या टाउन के महात्मा गांधी स्मृति राजकीय जिला चिकित्सालय का है। जानकारी के अनुसार किरयाने की दुकान करने वाला जंक्शन के वार्ड नंबर 38 निवासी भीष्म कुमार (45) पुत्र रामदास मेघवाल वीरवार को गांव जंडावाली के नजदीक स्थित रेयान कॉलेज में अपनी पुत्री की फीस भरवाने गया था। उसे कॉलेज में ही हार्ट अटैक आ गया। इसके बाद भीष्म कुमार को टाउन के जिला अस्पताल के ट्रोमा सेंटर लाया गया।
अस्पताल चौकी प्रभारी पर अभद्र व्यवहार का भी लगाया आरोप
वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसकी सूचना मिलने पर अस्पताल चौकी प्रभारी आशुतोष मीणा ने शव को अपने कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवा परिजनों को सूचित किया। दोपहर करीब दो बजे भीष्म कुमार की पत्नी, वार्ड नंबर 38 के पूर्व पार्षद गौरव जैन सहित मृतक के अन्य परिजन व मोहल्लेवासी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में स्थापित चौकी के प्रभारी आशुतोष मीणा से मिलकर पोस्टमार्टम व किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई करवाने से इनकार कर दिया। इस पर चौकी प्रभारी ने लिखित में देकर शव ले जाने की बात कही। परिजनों ने चौकी से एक कागज लेकर उस पर किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई करवाने से इनकार करने की बात लिख दी। आरोप है कि जब परिजनों ने उक्त हस्तलिखित पत्र चौकी प्रभारी को सौंपा तो उसने तैश में आकर कागज फाड़कर फेंक दिया तथा कहा कि इससे काम नहीं चलेगा। कंप्यूटर प्रति लाकर देनी होगी। चौकी प्रभारी के इस व्यवहार से गुस्साए परिजनों व अन्य नागरिकों ने अस्पताल में ट्रोमा सेंटर के सामने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने चौकी प्रभारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उसे हटाने की मांग की। पूर्व पार्षद गौरव जैन ने आरोप लगाया कि चौकी प्रभारी ने तो यहां तक कहा कि ‘मैंने अच्छे-अच्छे लोगों को सीधा किया है। वे करीब एक घंटे तक मिन्नत करते रहे। बात बिगड़ती देख चौकी प्रभारी ने परिजनों को शव ले जाने की अनुमति दी। पूर्व पार्षद जैन ने पुलिस प्रशासन से चौकी प्रभारी को हटाने की मांग करते हुए कहा कि यदि सुनवाई नहीं हुई तो उच्चाधिकारियों को शिकायत की जाएगी।
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