बेटी ने चमकाया गांव बालूदा का नाम, सुविधाओं की कमी को नहीं बनने दिया बाधा

village Baluda sachkahoon

दमदमा झील में अभ्यास कर निखरी प्रतिभा ने ड्रेगन बोट में जीता गोल्ड

  • गाँव में पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत

गुरुग्राम (सच कहूँ/ संजय मेहरा)। मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौंसलों में उड़ान होती है। अपने हौंसलों के दम पर भी जिले के गांव बालूदा की बेटी प्रतिभा अपनी प्रतिभा के दम आगे बढ़ी और 10वीं नेशनल आईसीएफ ड्रेगन बोट स्पर्धा में सोना यानी गोल्ड मेडल जीत लायी। के4 स्पर्धा में रजत व कांस्य पदक जीता है। मेडल तक पहुंचने का प्रतिभा का सफर आसान नहीं था। सुविधाओं के अभाव के बीच उसने यहां दमदमा झील में नौका चलाने का अभ्यास शुरू किया था। यहीं से प्रतिभा की प्रतिभा निखरी। गांव बालूदा (Village Baluda) की खिलाड़ी प्रतिभा पुत्री मुकेश कुमार बिकानेरिया एवं पुष्पा देवी ने प्रतिभा दिखाई है। डीवीएम स्कूल सोहना में दसवीं कक्षा की छात्रा है।

श्री साईं पब्लिक स्कूल में पहली से पांचवीं तक शिक्षा ली। मुकेश कुमार निजी कंपनी में नौकरी करता है। तीन बच्चे बड़ा बेटा और एक बेटी और छोटा बेटा है। इसने दमदमा झील में छह माह तक प्रेक्टिस की थी। गरीबी में कोई साधन नहीं था। झज्जर में एक सरकारी अकादमी में अभ्यास किया। फिर करनाल में अभ्यास किया।

पिता के दोस्त ने दी थी पे्ररणा

प्रतिभा के पिता मुकेश कुमार के एक दोस्त अनिल निवासी अभयपुर लड़कियों को नौकायान का अभ्यास कराते थे। उसने मुकेश को भी बेटी प्रतिभा को इस खेल के लिए प्रेरित किया। बेटी का स्वर्णिम भविष्य इस खेल में सोचकर ही पिता मुकेश ने प्रतिभा को नौकायान के प्रशिक्षण के लिए भेजना शुरू किया। दमदमा झील पर्यटक स्थल पर प्रतिभा को नौकायान का अभ्यास कराया गया। अपने पूरे विवेक के साथ प्रतिभा ने रुचि लेकर यह अभ्यास किया। यहां के बाद वह झज्जर और करनाल में नौकायान में महारत हासिल करके आज सफलता के शिखर पर जा पहुंची है।

प्रतिभा ने हम सबको गौरवान्वित किया: कोच

प्रतिभा के कोच रविंद्र धनखड़ और जयदीप सांगवान प्रतिभा के इस प्रदर्शन से बेहद गौरवान्वित हैं। उनका कहना है कि भले ही प्रतिभा के परिवार से पहले कोई भी किसी भी खेल का खिलाड़ी ना रहा हो, लेकिन प्रतिभा ने ड्रेगन बोट में गोल्ड मेडल जीतकर एक नई लकीर खींच दी है। प्रतिभा के ताऊ दिनेश कुमार बिकानेरिया ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को शुरू से ही सुविधाएं दें, ताकि वे खेल में निपुण होकर देश का नाम रोशन कर सकें।

गोल्ड मेडल जीतकर अपने घर लौटी प्रतिभा का बुधवार को गांव बालूदा में भव्य स्वागत किया गया। सोहना से गांव तक जुलूस के रूप में उन्हें गांव में ले जाया गया। ग्रामीणों ने परिवार और प्रतिभा को खूब बधाईयां दी। प्रतिभा द्वारा गोल्ड मेडल जीतकर गांव का नाम रोशन करने से हर ग्रामीण खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। सोहना के विधायक संजय सिंह ने प्रतिभा व उसके परिवार को बधाई दी।

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