खनौरी में फिर हुई किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में किसानों ने की शिरकत
- अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवकों की संभाल करे केन्द्र सरकार: जगजीत सिंह
खनौरी (सच कहूँ/गुरप्रीत सिंह/बलकार)। Khanauri News: बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने खनौरी में बड़ी किसान महा पंचायत की, जिसमें हजारोंं की संख्या में पंजाब, हरियाणा व देश के विभिन्न हिस्सों से किसानों ने शिरकत की। इस किसान महापंचायत में जहां एमएसपी गारंटी कानून, स्वामीनाथन की कृषि संबंधी रिपोर्ट को लागू करवाने के लिए लम्बी लड़ाई लड़ने का प्रण लिया, वहीं पूरे देश के किसान-मजदूरों को एक मंच पर आकर किसान संघर्ष को मजबूत करने का भी आह्वान किया गया। Sangrur News
किसान महापंचायत को बड़ी संख्या में किसान नेताओं ने संबोधित किया, वहीं करीब दो महीनों के ज्यादा समय से आमरण अनशन पर चल रहे बुजुर्ग किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अपने स्थान पर ही रहकर किसानों को संबोधित किया। डल्लेवाल ने कहा कि देश का कृषि सैक्टर बेहद्द कमजोर है, जिस कारण देश में बड़े स्तर पर बेरोजगारी फैल चुकी है। उन्होंने बीते दिनों अमेरिका से डिपोर्ट हुए युवकों के बारे में कहा कि हमारे देश के युवा रोजगार की तलाश में दूसरे देशों में अवैध तरीकों से जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर एमएसपी गारंटी कानून बन जाए व डॉ. स्वामीनाथन की सिफारशें लागू हो जाएं तो कृषि फायदेमंद धंधा बन सकती है व देश में से बेरोजगारी खत्म हो सकती है।
उन्होंने समूह देश के मजदूरों व किसानों से अपील की कि वह इस संघर्ष को मजबूत करने के लिए इकजुट हों व हमारे द्वारा शुरु किए गए इस संघर्ष का हिस्सा बनें क्योंकि यह मांगें केवल हमारी नहीं, बल्कि पूरे देश के किसानों व मजदूरों की हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार को अपील भी कि जिन युवकों को डिपोर्ट किया गया है, उनकी संभाल करे व उनको रोजगार दे।
वहीं किसान नेता अभिमन्न्यू कोहाड़ ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल द्वारा शुरु किया यह संघर्ष पूरे देश में फैल गया है। वहीं किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि भारत सरकार द्वारा जिस एमएसपी में विस्तार किया गया है, हम समूह किसान संगठनें उसे रद्द करती हैं। Sangrur News
उन्होंने कहा कि जितना देर तक एमएसपी गारंटी कानून नहीं बन जाता व स्वामीनाथन की कृषि संबंधी सिफारशें लागू नहीं हो जाती, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
शंभू बॉर्डर पर किसानों का बड़ा इक्ट्ठ कल
पटियाला। Patiala News: कृषि मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों द्वारा 13 फरवरी को एक साल पूरा होने पर बड़ा इकट्ठ करते हुए महापंचायत की जा रही है, जिसमें देश भर से बड़ी संख्या में किसान नेता पहुंच रहे हैं। इधर बुधवार को शंभू बॉर्डर पर श्री गुरू रविदास जी महाराज का प्रकाश पर्व मनाया गया। जानकारी के अनुसार शंभू बॉर्डर पर 13 फरवरी को महांपंचायत होने के चलते बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं व किसान नेताओं ने महापंचायत को लेकर तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं।
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वहीं किसान नेता स्वर्ण सिंह पंधेर ने कहा कि शंभू बॉॅर्डर पर देश के विभिन्न राज्यों से किसान-मजदूर बड़ी संख्या में शामिल होंगे। किसान अपनी मांगें माने जाने तक इन मोर्चों को खत्म नहीं करेंगे। 14 को दोनों मोर्चों की केन्द्र सरकार से मीटिंग हो रही है व अगर मीटिंग दौरान कृषि मांगों संबंधी कोई हल न निकला तो किसानों ने 25 फरवरी को पैदल दिल्ली कूच का ऐलान किया है।
बेसहारा पशु की टक्कर से जख्मी हुए किसान की मौत | Sangrur News
इधर सड़्हक हादसे में जख्मी हुए किसान की मौत हो गई है। किसान नेताओं ने बताया कि 48 वर्षीय किसान चरनजीत सिंह काला पुत्र मोहर सिंह, गांव बडवाला, तहसील बसी पठाणा, जिला फतेहगढ़ साहिब जोकि बीते दिनों खनौरी मोर्चे से पीजीआई चंडीगढ़ में अपनी किडनियों की दवाई ले जा रहे थे कि रास्ते में बेसहारा पशु की टक्कर से हादसे का शिकार हो गए और मौके पर पहुंची सड़क सुरक्षा फोर्स ने सरकारी अस्पताल सैक्टर-16 में दाखिल करवाया।
जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया था। इलाज दौरान उनकी पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई, जिस पर किसानों ने इस दुख की घड़ी में परिवार से हमदर्दी प्रकट की। Sangrur News
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