एप्लास्टिक एनीमिया से ग्रस्त बालक के ईलाज के लिए जारी किए 15 लाख रुपए
चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री Anil Vij की बदौलत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत अम्बाला छावनी के बोह गांव निवासी बालक को नया जीवन मिल सका है। बालक एप्लास्टिक एनीमिया (खून नहीं बनना) बीमारी से ग्रस्त है और ईलाज हेतु स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के प्रयासों से इस बालक के इलाज के लिए 15 लाख रुपए जारी किए गए हैं।
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इस बालक का पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में उपचार चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री Anil Vij ने वीरवार को बालक को पांच लाख रुपए की दूसरी किश्त का चेक सौंपा और बालक के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की। इससे पहले बालक के ईलाज के लिए सितंबर 2021 में दस लाख रुपए की राशि दी जा चुकी है। बालक एवं उसके परिवार के सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का आभार जताया। इस अवसर पर सिविल सर्जन अंबाला डॉ. कुलदीप सिंह सहित डा. हितेश एवं अन्य मौजूद रहे।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सहायता का हरियाणा में पहला मामला
अंबाला के सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि बालक के परिवार ने इलाज में आर्थिक मदद प्रदान करने के लिए पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री Anil Vij के समक्ष गुहार लगाई थी। तब यह बीमारी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में शामिल नहीं थी। अनिल विज के प्रयासों से इस बीमारी को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में शामिल किया गया और एप्लास्टिक एनीमिया का यह हरियाणा में पहला मामला है, जिसके तहत बालक को कुल 15 लाख रुपए की आर्थिक मदद ईलाज हेतु दी जा सकी है।
बहुत महंगी हैं बीमारी के इलाज की दवाइयां | Anil Vij
सिविल सर्जन ने बताया कि एप्लास्टिक एनीमिया खून की कमी से जुड़ी बीमारी है, जिसमें शरीर में रक्त कोशिकाओं का निर्माण कम होता है। इस बीमारी का ईलाज एवं दवाएं महंगी हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों में जन्मजात बीमारियों को कवर किया जाता है और ईलाज से पहले ही राशि प्रदान कर दी जाती है। कार्यक्रम के तहत साल 2014 से अब तक अंबाला जिले में 416 बच्चों को 4.09 करोड़ रुपए की आर्थिक मदद अब तक दी जा चुकी है।