साथियों की रिहाई नहीं, आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता
-
तीन कृषि कानून किसानों को बर्बाद कर देंगे : बलदेव सिंह
-
किसानों को झूठे केस दर्ज कर फंसाने का लगाया आरोप
सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। हरियाणा के डिप्टी स्पीकर की गाड़ी पर हमले के बाद पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए पांच किसानों की रिहाई की मांग को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच खींचतान जारी है। प्रशासन की ओर से गिरफ्तार किए गए किसानों की रिहाई न किए जाने पर नाराज किसानों ने रविवार को कोर्ट गेट के आगे धरना शुरू कर दिया है। किसानों द्वारा दिए जा रहे धरने के दौरान रविवार दोपहर 12 बजे के बाद किसान नेता बलदेव सिंह ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
आमरण-अनशन करने वाले किसान नेता बलदेव सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने बिना राज्यों से विचार-विमर्श किए तीन काले कानून बना दिए। इन कानूनों से किसान व किसानी दोनों बर्बाद हो जाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा का शुरू से ही आह्वान रहा है कि कोई भी किसान आंदोलन के दौरान हिंसा नहीं करेगा और अभी तक ये होता भी आया है। इससे पूर्व भी दिल्ली, हिसार, फतेहाबाद में इसी प्रकार की घटनाएं हो चुकी हैं, जहां किसानों की आड़ लेकर सत्तादल से जुड़े ही कुछ शरारती तत्वों ने कार्यक्रमों में हिंसा की और आरोप किसानों पर जड़ दिए। बलदेव सिंह ने कहा कि किसानों के संघर्ष के बाद प्रशासन को दर्ज किए गए केस वापस लेने पड़े। यहां भी ऐसा ही कुछ जाल बिछाया गया है।
सरसा में हरियाणा डिप्टी स्पीकर के कार्यक्रम के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने उनकी गाड़ी पर पथराव किया और आरोप किसानों पर लगा दिए। पुलिस ने पांच किसानों को रात्रि को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि निर्दोष किसानों की रिहाई के लिए रविवार को प्रशासन को दोपहर 12 तक का समय दिया गया था और प्रशासन द्वारा उन्हें न छोड़े जाने पर ही वे आमरण अनशन पर बैठे हैं। बलदेव सिंह ने कहा कि जब तक उसके शरीर में जान है, वह अनशन नहीं तोड़ेगा। उन्होंने चेताया कि प्रशासन ने यदि उन्हें जबरन उठाने की कोशिश की तो उसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई केंद्र सरकार से है। इस मौके पर विकास सिंह सिसर, हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा, रवि आजाद, गुरदीप बाबा सहित अन्य किसान उपस्थित थे।
अलर्ट रही पुलिस:
वहीं किसानों के रोष को देखते हुए रविवार को भी जिला पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर रहा। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत सिंह चौटाला के आवास और हरियाणा के बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह के आवास के दृष्टिगत पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा कर्मियों की टुकड़ियों को तैनात किया हुआ था, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।