कोलार (एजेंसी)। कर्नाटक राज्य पथ परिवहन निगम (केएसआरटीसी) बस में 2.5 लाख रुपये नकद और सोने की चूड़ी से भरा बैग छोड़ने वाले एक व्यवसायी ने तब राहत की सांस ली जब राज्य परिवहन उपक्रम (एसटीयू) के अधिकारियों ने ना केवल उस बैग का पता लगाया बल्कि उसे वापस व्यापारी को लौटा भी दिया। चिंतामणि के रहने वाले व्यवसायी बाशा भाग्यशाली थे जो जिस बस से वह शनिवार को क्यालनूर से कोलार गये थे।
कोलार से उन्हें चिंतामणि की यात्रा पर जाना था लेकिन वह बस की सीट के नीचे बैग को वहीं भूलकर उतर गये। किसी ने भी सीट के नीचे फंसे बैग पर ध्यान नहीं दिया। बाशा कोलार के घंटाघर पर उतरे लेकिन अपना बैग लेना भूल गए। कुछ घंटों बाद, उन्होंने महसूस किया कि वह तो बैग को बस में ही भूलकर उतर गये हैं। वह कोलार में केएसआरटीसी डिपो पहुंचे। उन्होंने वाहन निरीक्षक रघु को सूचित किया, जिन्होंने डिपो प्रबंधक रमेश को बताया।
जैसे ही बस चिंतामणि के लिए रवाना हुई, रमेश ने बस कंडक्टर शिवानंद को फोन किया और कैश बैग की जांच करने के लिए कहा। कंडक्टर और ड्राइवर संजय दोनों ने बस की तलाशी ली और बस को एक सीट के नीचे बैग को पैसे और सोने की चूड़ी के साथ पाया। लौटते समय संजय और शिवानंद ने उस बैग को डिपो प्रबंधक रमेश के हवाले कर दिया। रमेश ने वह बैग व्यवसायी बाशा को सौंप दिया जिसने राहत की सांस ली। बाद में रविवार को केएसआरटीसी के अधिकारियों ने संजय और शिवानंद को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस खबर की पूरे राज्य में चर्चा हो रही है।
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