मुंबई (एजेंसी)। अमेरिकी फेड रिजर्व के नीतिगत दरों में बढ़ोतरी के संकेत से हतोत्साहित निवेशकों की बिकवाली से वैश्विक स्तर पर आई गिरावट के दबाव में आज घरेलू शेयर बाजार की पिछले लगातार तीन दिनों की तेजी पर ब्रेक लग गया और सेंसेक्स एवं निफ्टी एक प्रतिशत से अधिक लुढ़क गए। वैश्विक बाजार की गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर रिलायंस, टाटा स्टील, एसबीआई, एनटीपीसी समेत 23 कंपनियों पर भी बिकवाली हावी हो गई।
इससे बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 621.31 अंक लुढ़ककर 60 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 59,601.84 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 179.35 अंक टूटकर 17,745.90 अंक पर आ गया। बीएसई का मिडकैप 0.05 फीसदी उतरकर 25,336.55 अंक जबकि स्मॉलकैप 0.01 फीसदी बढ़कर 29,904.78 अंक पर सपाट रहा।
ओमीक्रॉन संक्रमण से कड़े प्रतिबंधों की आशंका
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की समीक्षा बैठक के बाद जारी मिनट्स में महंगाई के उच्चतम स्तर को ध्यान में रखते हुए नीतगत दरों में शीघ्र ही उम्मीद से अधिक बढ़ोतरी करने का संकेत किया गया है। साथ ही तेजी से फैल रहे ओमीक्रॉन संक्रमण से कड़े प्रतिबंधों की आशंका से वैश्विक बाजार में निवेशकों की निवेश धारणा कमजोर हुई। इससे ब्रिटेन का एफटीएसई 0.75, जर्मनी का डैक्स 1.19, जापान का निक्केई 2.88 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.25 प्रतिशत लुढ़क गया। हालांकि हांगकांग के हैंगसैंग में 0.72 प्रतिशत की बढ़त रही।
एनएसई में 35 कंपनियां लुढ़की
इसके दबाव में बीएसई के 13 समूह के शेयर गिर गए। इस दौरान बेसिक मैटेरियल्स 0.71, ऊर्जा 1.29, एफएमसीजी 0.65, वित्त 0.70, हेल्थकेयर 0.63, इंडस्ट्रियल्स 0.24, आईटी 1.39, बैंकिंग 0.54, कैपिटल गुड्स 0.46, धातु 0.57, पावर 0.06, रियल्टी 1.48 और टेक समूह के शेयर 1.08 प्रतिशत गिर गए। बीएसई में कुल 3472 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 1981 में लिवाली जबकि 1401 बिकवाली हुई वहीं 90 के भाव स्थिर रहे। एनएसई में 35 कंपनियां लुढ़क गईं जबकि 15 में तेजी रही।
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