सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा)। डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु जीते जी जहां रक्तदान सहित 138 मानवता भलाई कार्यों में अग्रणी रहते हैं। वहीं मरणोपरांत शरीरदान व नेत्रदान कर महान कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी में अमर सेवा के तहत शाह सतनाम जी नगर निवासी डेरा सच्चा सौदा के अनथक सेवादार 78 वर्षीय गुरदेव सिंह इन्सां का नाम भी देह दानियों की सूची में शामिल हो गया। मेडिकल रिसर्च कार्यों हेतु उनकी पार्थिव देह उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर स्थित वरुणअर्जुन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में दान की गई।
इस अवसर पर सचखंड वासी को श्रद्धांजलि देने के लिए शहर की अनेक सामाजिक धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के अलावा हरियाणा, पंजाब, राजस्थान सहित अनेक राज्यों व स्थानीय ब्लॉकों से काफी संख्या में डेरा श्रद्धालु, उनके रिश्तेदार, स्वजन, मौजूद रहे। दरअसल शाह सतनाम जी नगर निवासी गुरदेव सिंह इन्सां रविवार सुबह अपनी सांसारिक यात्रा पूरी करके कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजे। उन्होंने जीते जी मरणोपरांत शरीर दान करने का संकल्प लिया हुआ था।
जिसके तहत सचखंड वासी के स्वजनों ने उनकी आखिरी ख्वाहिश को पूरा करते हुए शाह सतनाम जी नगर के जिम्मेदारों से संपर्क कर उनकी पार्थिव देह को मेडिकल शोध कार्यों के लिए वरुणअर्जुन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) को दान कर दिया। इससे पूर्व सचखंड वासी के शाह सतनाम जी नगर स्थित आवास पर ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ का इलाही नारा व अरदास का शब्द बोला गया। जिसके पश्चात फूलों से सजी एंबुलेंस में सचखंडवासी गुरदेव सिंह इन्सां का पार्थिव शरीर रखा गया और आवास से शाह मस्ताना जी धाम तक उन की शव यात्रा निकाली गई।
इस दौरान उपस्थित शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादारों व साध संगत ने सचखंडवासी शरीरदानी गुरुदेव सिंह इन्सां अमर रहे, अमर रहे के गगनभेदी नारे लगाए। बाद में शाह मस्ताना जी धाम से एंबुलेंस को मेडिकल कॉलेज के लिए नम आँखों से रुखस्त किया गया। इस दौरान डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधकीय समिति, शाह सतनाम जी नगर, शाह सतनाम जी पुरा, सरसा सहित विभिन्न ब्लॉकों की साध-संगत, समितियों के सेवादारों और उनके रिश्तेदार स्वजनों ने शरीर दानी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पुत्रवधुओं ने दिया अर्थी को कांधा
सचखंड वासी की अंतिम विदाई के समय डेरा सच्चा सौदा की बेटा बेटी एक समान मुहिम को आगे बढ़ाते हुए सचखंड वासी की पुत्र वधू अर्शदीप, गुरप्रीत कौर, बेटे जगदेव सिंह, जगदीश सिंह द्वारा उनकी अर्थी को कंधा देकर समाज को एक सशक्त संदेश दिया।
मानवता भलाई कार्यों में रहे आगे
शरीर दानी गुरदेव सिंह इन्सां ने परम पिता शाह सतनाम जी महाराज से गुरमंत्र की अनमोल दात प्राप्त की थी। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए गुरदेव सिंह इन्सां हमेशा मानवता भलाई कार्यों में अग्रणी रहे। इसके साथ ही उन्होंने अनेक लोगों को डेरा सच्चा सौदा दरबार के साथ जोड़ा। वह अपने पीछे पत्नी द्रोपदी, दो बेटों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
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