बेटियों ने दिया अर्थी को कंधा
टोहाना (सच कहूँ/सुरेन्द्र गिल)। शहर के दमकोरा रोड निवासी राधेश्याम सपड़ा इन्सां (70 वर्षीय) जमालपुर वाले संसारीक यात्रा पूरी करके सतगुरु के चरणों में सचखंड जा विराजे। राधेश्याम के परिवार वालों ने उनकी अंतिम इच्छा अनुसार उनका पार्थिव शरीर मेडिकल रिसर्च हेतु दान किया जोकि रामा मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर हापुड, उत्तर प्रदेश में भेजा गया।
पार्थिव शरीर को फूलों से सजी एंबुलेंस में रखकर ‘राधेश्याम इन्सां अमर रहे’ के नारों के साथ साध-संगत, शहरवासी व आसपास के लोगों ने सैलूट करके विदा किया। बेटा-बेटी एक समान की शिक्षा पर चलते हुए बेटियों ने अर्थी को कंधा दिया। राधेश्याम इंसा हर वक्त मानवता की सेवा में अग्रणी रहते थे। अपने जीवन काल में उन्होंने भूकंप आदि व अन्य त्रासदियों के दौरान दूसरे राज्यों में जाकर भी बहुत सेवा की।
उनके परिवार में पुत्र अमित उर्फ जोनी इन्सां, पोत्र पारस, बेटी व दामाद प्रोमिला-दिनेश व नीरू दिनेश भी सेवा कार्य में अग्रणी रहते हैं। राधेश्याम इन्सां के नमित्त श्रद्धांजलि नामचर्चा आगामी 20 जनवरी बुधवार को दोपहर 1 से 2 तक पुरानी सब्जी मंडी स्थित हनुमान मूर्ति धर्मशाला में होगी। इस मौके पर पार्थिव शरीर को हरी झंडी दिखाकर विदा करते हुए टोहाना रतन अवार्ड से सम्मानित प्रमुख समाज सेवी डॉ. शिव सचदेवा व डेरा सच्चा सौदा से 45 मैंबर रामपाल इन्सां ने शरीर दान की सेवा व उपयोगिता व मैहता बारे जानकारी भी दी।