मानवता भलाई कार्यों में हमेशा रहती थीं आगे
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अंतिम स्वांस तक राम-नाम के सुमिरन में रही तल्लीन
सच कहूँ/ वर्मा, कैथल। डेरा सच्चा सौदा अनुयाई ना सिर्फ जीते जी बल्कि इस जहां से रूखस्त के बाद भी इंसानियत के काम आते हैं। इसी क्रम में माता ओमी देवी इन्सां (64) के मरणोपरांत उनकी पार्थिव देह जी.एस. मेडिकल कॉलेज पिलखुआ उत्तर प्रदेश को रिसर्च हेतु दान की गई।
जानकारी अनुसार माता ओमी देवी इन्सां अपनी श्वासों रूपी पूंजी पूर्ण कर कुल मालिक के चरणों में सचखंड जा विराजी। इसके पश्चात परिजनों ने माता ओमी देवी इन्सां की अंतिम इच्छा अनुसार पार्थिव देह मेडिकल रिसर्च हेतु दान करने का निर्णय लिया। डेरा सच्चा सौदा की बेटा-बेटी एक समान मुहिम के तहत माता ओमी देवी इन्सां की अर्थी को उनकी बेटी सीमा देवी व पुत्रवधू ने भी कंधा दिया। इस मौके पर पूंडरी ब्लॉक की साध-संगत ने माता ओमी देवी इन्सां को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर ब्लाक भंगी दास राजू इन्सां ने कहा कि माता ओमी देवी इन्सां मानवता भलाई के कार्यों में हमेशा आगे रहती थी।
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां पर दृढ़ विश्वास के साथ अंतिम सांस तक राम-नाम के सुमिरन से जुड़ी रही। उन्होंने कहा कि माता ओमी देवी इन्सां आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं। वहीं माता ओमी देवी इन्सां की अंतिम यात्रा में साध-संगत ने ‘माता ओमी देवी इन्सां अमर रहे।’ ‘डेरा सच्चा सौदा की सोच पर, पहरा देंगे ठोक कर’, के नारों से आसमान गुंजायमान कर दिया। इसके पश्चात फूलों से सजी एंबुलेंस में पार्थिव देह को जी. एस. मेडिकल कॉलेज पिलखुआ हापुड़ (उत्तर प्रदेश) के लिए रवाना किया गया। इस मौके पर माता ओमी देवी इन्सां के बेटे वेदपाल, उनकी पुत्रवधू, उनकी बेटी सीमा, पोते, पोतियां, रिश्तेदार, संबंधी और शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स के सेवादार व ब्लॉक की साध-संगत मौजूद रही।
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