बेटा बेटी एक समान मुहिम के तहत बेटी, पोती और पुत्रवधू ने दिया कंधा
गुहला चीका (सच कहूं /रणदीप)। डेरा सच्चा सौदा द्वारा मानवता भलाई के 164 कार्य चलाये हुए है, इन्ही में से एक है अमर सेवा मुहिम यानी मरणोपरांत शरीरदान करना। पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पवित्र शिक्षाओं पर चलते हुए वीरवार को कैथल जिले के ब्लाक चीका से डेरा प्रेमी सरू राम इन्सां का शरीर दान किया गया। गाँव रामनगर भूना प्लाट निवासी सरू राम इन्सां (80) के मरणोपरांत स्वजन ने उनकी पार्थिव देह को मेडिकल शोध कार्यों के लिए तीर्थकार महावीर मेडिकल कॉलेज, दिल्ली रोड़, मुरादाबाद को दान किया। शरीरदानी को अंतिम विदाई देने के लिए ब्लॉक सहित काफी संख्या में शहरवासी, उनके रिश्तेदार, सगे संबंधी मौजूद रहे। Guhla Cheeka News
जानकारी के मुताबिक सरू राम इन्सां व उनका परिवार लंबे समय से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। सरू राम 80 साल की उम्र में वीरवार सुबह हार्ट अटैक आने के चलते सचखंड जा विराजे। सरू राम इन्सां अपने पीछे 4 बेटे, 4 पुत्रवधू, 8 पौत्र, 6 पौत्री का भरा पूरा परिवार छोड़ गये। उनके लड़के प्रीतम इन्सां गाँव रामनगर भुना प्लाट के प्रेमी सेवक की सेवा करते है। वही सरू राम इन्सां भी बुजर्ग समिति में सेवा करते थे।
उनके मरणोपरांत उनके परिजनों द्वारा उनकी आखिरी ख्वाहिश को पूरा करते हुए ब्लॉक चीका के जिम्मेवारों से संपर्क कर डेरा सच्चा सौदा की अमर सेवा मुहिम के तहत उनका शरीरदान किया गया। इससे पूर्व सचखंडवासी के आवास पर अरदास का शब्द बोलकर मृत शरीर को फूलो से सजी एंबुलेंस में रखा गया। इस दौरान साथ चल रही शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग के सेवादार महिला-पुरुषों, साध-संगत, सगे संबंधियों ने ”जब तक सूरज चांद रहेगा, शरीरदानी सरू राम इन्सां तेरा नाम रहेगा”, ”शरीरदानी सरू राम इन्सां अमर रहे अमर रहे” के गगनभेदी नारे लगाकर आसमान को गुंजायमान किया।
इस मौके पर 85 मैंबर भाई राजेंद्र इन्सां, दारा इन्सां, 85 मैबर बहन रेनू इन्सां, ब्लाक प्रेमी सेवक सुरेश इन्सां सहित बड़ी संख्या में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों के साथ-साथ स्थानीय साध-संगत भी मौजूद रही।
बेटियो ने दिया अर्थी को कंधा
सचखंड वासी सरू राम की अंतिम विदाई के समय डेरा सच्चा सौदा की बेटा-बेटी एक समान शिक्षा का अनुसरण करते हुए सचखंडवासी की बेटी सुनहेरी देवी, लक्ष्मी देवी, पोती रीतु , पुत्रवधू सत्या देवी ने अर्थी को कंधा देकर समाज को एक सशक्त संदेश दिया।
मेरा शरीर दान करना है
शरीरदानी सरू राम इन्सां के पुत्र प्रीतम इन्सां ने बताया कि उनके पिता ने 1985 में परम पिता शाह सतनाम जी महाराज से नामदान लिया था पूज्य गुरु संत डॉ गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा चलाई गयी मुहीम अमर सेवा के तहत उन्होंने शरीर दान का फार्म भरा हुआ था उन्होंने सभी परिवार वालो को पहले ही बोल रखा था कि उसके शरीर को जलाकर राख ना किया जाए बल्कि मानवता भलाई के कार्य में समर्पित कर दिया जाए। Guhla Cheeka News
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