Symptoms Of Chronic Kidney Disease: किडनी खराब होने से पहले शरीर करता है ये 7 मामूली सा इशारा, ना करें इग्नोर, वरना हो सकता है नुकसान

Symptoms Of Chronic Kidney Disease
Symptoms Of Chronic Kidney Disease: किडनी खराब होने से पहले शरीर करता है ये 7 मामूली सा इशारा, ना करें इग्नोर, वरना हो सकता है नुकसान

Symptoms Of Chronic Kidney Disease:  हमारे शरीर में अगर किसी भी तरह का कोई भी बदलाव होता है, तो हमें पता चल जाता है कि हमारे इस अंग में कुछ खराबी है या हमारे इस अंग में ये दिक्कत है। जैसे सांस लेने की प्रोब्लम होने पर हम समझ जाते हैं कि फेफड़ों में दिक्कत है, हमारा फेफड़ा खराब है।   इसी तरह छाती में दर्द होने पर पता लग जाता है कि दिल में कुछ तो गड़बड़ है। लेकिन क्या आपको पता है कि किडनी के साथ भी ऐसा ही है। किडनी शरीर की गंदगी को फिल्टर कर बाहर निकालने का काम करती है। जबकि खराब होती है तो यह विशेष पदार्थों को फिल्टर नहीं कर पाती है इसमें टॉक्सिन जमा होने लगते हैं। किडनी से जुड़ी बीमारी होने से पहले शरीर संकेत देने लगता है, अगर इसकी पहचान कर जल्द इलाज करा लें तो किडनी को स्वस्थ रखा जा सकता है।

दरअसल किडनी हमारे शरीर के मुख्य अंगों में से एक है। यह मुख्य रूप से यूरिया, क्रिएटिनिन, एसिड जैसे नाइट्रोजन युक्त वेस्टमैट्रियल उत्पादों से ब्लड को फिल्टर करने के लिए जिम्मेदार होती है। ये सभी टॉक्सिन्स हमारे ब्लैडर में जाते हैं और पेशाब के समय बाहर निकल जाते हंै। लाखों लोग किडनी की कई तरह की बीमारियों के साथ रहते हैं और इनमें से ज्यादातर को इसका अंदाजा नहीं होता। यही वजह है कि किडनी की बीमारी को अक्सर साइलेंट किलर के रूप में जाना जाता है।

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वैसे किडनी खराब होने के लक्षण इतने हल्के होते हैं कि ज्यादातर लोगों को बीमारी के बढ़ने तक कोई अंतर महसूस नहीं होता। जब चोट लगने, हाई ब्लड प्रेशर या फिर डायबिटीज के कारण किडनी डैमेज हो जाती है, तब यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को फिल्टर नहीं कर पाती। जिससे जहर का निर्माण होता है ऐसे में किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती और टॉक्सिन जमा हो सकते हैं। यहां पर टॉक्सिन किडनी के कुछ संकेत दिए गए हैं जो आपको समय रहते बता देंगे, कि आपकी किडनी खराब होना शुरू हो गई है और आपको इस पर जल्द ही ध्यान देना चाहिए। Symptoms Of Chronic Kidney Disease

भूख में कभी आना: शरीर में विषाक्त पदार्थों का वेस्ट संचय आपकी भूख को कम कर सकता है, जिससे आपका वजन घटने लगता है। कम भूख का एक अन्य कारण सुबह जल्दी मितली और उल्टी भी हो सकती है। इस कारण व्यक्ति को हर समय पेट भरा हुआ महसूस होता है और कुछ खाने का भी मन नहीं करता। यह किडनी खराब होने का खतरनाक संकेत है। इस पर किसी का ध्यान नहीं जाता अगर ऐसी समस्या हो तो आप तुरंत डॉक्टर से चेक कराएं।

पैरों और टखनों में सूजन: किडनी शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त सोडियम को फिल्टर करने में मदद करदी है। जब किडनी ठीक से काम करना बंद कर देती है तो शरीर में सोडियम जमा होने लगता है, जिससे पिंडलियों और टखनों में सूजन बढ़ जाती है। जानकारी के लिए बता दें कि इस स्थिति को एडिमा कहते हैं वैसे तो टॉक्सिक किडनी में आंखों और चेहरे में सूजन देखी जाती है, लेकिन इसके लक्षण सबसे ज्यादा हाथ पैर और टखनों पर दिखाई देते हैं। Symptoms Of Chronic Kidney Disease

त्वचा में सूखापन और खुजली: त्वचा में सूखापन और खुजली भी किडनी डिसऑर्डर का मुख्य संकेत है। ऐसा तब होता है जब किडनी शरीर से विषात्क पदार्थों को बाहर निकालने में सक्षम नहीं होती। तब ये विषाम्त पदार्थ ब्लड में जमा होने लगते हैं, जिससे त्वचा में खुजली, सूखेपन के साथ दुर्गंध आने लगती है।

थकान महसूस होना: हर समय कमजोरी और थकान महसूस होना किडनी की समस्या के शुरुआती संकेत है। जैसे-जैसे किडनी की बीमारी गंभीर होती जाती है, व्यक्ति पहले से ज्यादा कमजोर और थका हुआ महसूस करता है। यहां तक कि थोड़ा चलना फिरने में भी दिक्कत महसूस होती है। ऐसा किड़नी में विषाक्त पदार्थों के जमा होने के कारण होता है।

बार-बार पेशाब आना: एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति दिन में 6-10 बार पेशाब जाता है। इससे ज्यादा बार पेशाब जाना किडनी खराब होने की निशानी है। किडनी की समस्या के मामले में व्यक्ति को या तो बहुत कम बार या फिर बहुत ज्यादा बार पेशाब जाने की इच्छा महसूस होती है। वह बार-बार पेशाब जाता है। जानकारी के लिए बता दें कि ये दोनों ही स्थितियां किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं, कुछ लोगों के पेशाब में खून भी निकलता है। ऐसा डैमेज हुई किडनी के कारण ब्लड सेल्स के पेशाब में रिसने के कारण होता है।

अपने स्वास्थ्य पर रखें नजर| Symptoms Of Chronic Kidney Disease

शुरुआती अवस्था में उपाय करने से किडनी को खराब होने से रोका जा सकता है। हाई ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल लेवल से पीड़ित लोगों में किडनी के जल्दी खराब होने का जोखिम सबसे ज्यादा रहता है। इसलिए इन लोगों को अपने स्वास्थ्य पर नजर बनाए रखनी चाहिए। मेडिकल टेस्ट से शुरुआती चरण में समस्याओं का पता लगाने और इलाज शुरू करने में मदद मिलती है।

अन्य लक्षण

उरोक्त लक्षणों के अलावा भी रोगियों में और लक्षण भी देखे जाते हैं जैसे पीठ के नीचे के हिस्से में दर्द होना, पैरों में ऐंठन, शरीर में दर्द, फेफड़ों में पानी भर जाना, सांस लेने में तकलीफ, दिल की कार्य क्षमता कमजोर होना और मस्तिष्क पर प्रभाव आदि। ये समस्याएं भी किडनी खराब होने की तरफ संकेत करती है।

अस्वीकरण: लेख में दी गई जानकारी आपकी सामान्य जानकारी के लिए प्रदान की गई हैं, सच कहूँ इसकी पुष्टि नहीं करता है।