सरसा (सुनील वर्मा)। हरियाणा के सिरसा में स्थित चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय में 9वां युवा महोत्सव सात दिसंबर से आरंभ होगा। इस महोत्सव में हरियाणा, पंजाब व राजस्थान की संस्कृति एक साथ झलकती हुई नजर आएगी। महोत्सव में हरियाणा राज्य के 31 महाविद्यालयों के करीब दो हजार छात्र छात्राएं अपना जौहर दिखाएंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक ने सोमवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि भारत युवाओं का राष्ट्र है और युवा शक्ति को सही दिशा व दशा प्रदान करना शैक्षणिक संस्थानों की नैतिक जिम्मेदारी बनती है।
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जीवन में कला एवं संस्कृति की अहम भूमिका होती है भारतीय संस्कृति विश्व की सबसे पुरानी व श्रेष्ठ संस्कृति है जिसका अनुसरण व अनुकरण कई राष्ट्रों द्वारा भी किया जाता है। भारतीय संस्कृति की झलक युवा महोत्सव में देखने को मिलेगी। नाटकों ,गजलो व कव्वालियों के साथ-साथ हरियाणवी डांस , राजस्थानी नृत्य व पंजाबी भांगड़ा मनमोहक होगा। युवा महोत्सव में दो मंचों पर 5 दिनों में कुल 45 प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। प्रतिभागियों की प्रतिभा को तराशने तथा मूल्यांकन के लिए 50 से अधिक जजों की नियुक्ति की गई है।
इसके अतिरिक्त 15 से अधिक सदस्यों को बतौर ज्यूरी सदस्य लगाया गया है। युवा महोत्सव में विश्वविद्यालय सहित 31 महाविद्यालयों ने अपना पंजीकरण करवाया है। युवा महोत्सव के दौरान हर छात्र व व्यक्ति की एंट्री पहचान पत्र के आधार पर ही होगी। इस दौरान विवि की युवा कल्याण निदेशक मंजू नेहरा व पीआरओ अमित सांगवान भी उपस्थित थे। विश्वविद्यालय में शैक्षणिक स्टाफ की भर्ती को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कुलपति अजमेर सिंह मलिक ने बताया कि वह फिलहाल पुरानी गाइडलइन पर ही भर्ती कर रहे हैं लेकिन उन्हें नई गाइडलाइन भी मिल गई है।
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