Punjab Canal Project: फाजिल्का/जलालाबाद। पंजाब सरकार ने राज्य के किसानों को बड़ी सौगात देते हुए फिरोजपुर फीडर नहर के जीर्णोद्धार और क्षमता वृद्धि की 647.62 करोड़ रुपये की परियोजना को केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय से स्वीकृति दिला दी है। इस परियोजना से फाजिल्का समेत दक्षिण-पश्चिम पंजाब के चार जिलों के खेतों को भरपूर सिंचाई जल उपलब्ध होगा। Punjab News
विधायक जगदीप कंबोज गोल्डी ने जानकारी दी कि इस परियोजना के तहत हरिके हेडवर्क्स से निकलने वाली फिरोजपुर फीडर नहर की नई लाइनिंग की जाएगी और इसकी जल वहन क्षमता को 11,192 क्यूसिक से बढ़ाकर 13,845 क्यूसिक कर दिया जाएगा। इस नहर के माध्यम से फाजिल्का के सीमावर्ती क्षेत्रों, श्री मुक्तसर साहिब और फरीदकोट जिले के किसानों को स्वच्छ और पर्याप्त मात्रा में नहरी पानी मिलेगा।
पुरानी समस्या का होगा समाधान | Punjab News
अब तक सीमावर्ती इलाकों में जल आपूर्ति लूथर प्रणाली के माध्यम से होती थी, जिसमें पानी पाकिस्तान के कारखानों के अपशिष्ट से प्रदूषित हो जाता था। इस कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती थीं। लेकिन अब पुनःनिर्मित नहर के माध्यम से पानी सीधे बालेवाला हैड से पहुंचेगा, जिससे किसानों और स्थानीय निवासियों को स्वच्छ जल उपलब्ध होगा।
विधायक गोल्डी ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री आर.सी. पाटिल का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना किसानों के लिए वरदान साबित होगी, क्योंकि अब टेल क्षेत्र तक भी भरपूर पानी पहुंचेगा।
नहरों की क्षमता बढ़ने से होंगे व्यापक लाभ
फाजिल्का के विधायक नरिंदर पाल सिंह सवना ने भी इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि पहले पाकिस्तान के कसूर शहर की फैक्ट्रियों का प्रदूषित पानी इस क्षेत्र में आता था, जिससे विभिन्न बीमारियां फैलती थीं। लेकिन अब स्वच्छ पानी के आगमन से न केवल क्षेत्रवासियों का स्वास्थ्य सुधरेगा, बल्कि खेती के लिए भी बेहतर जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इससे किसानों की पैदावार में भी उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना है।
मुख्य लाभ
फाजिल्का, श्री मुक्तसर साहिब, फरीदकोट और सीमावर्ती क्षेत्रों को स्वच्छ सिंचाई जल उपलब्ध होगा।
किसानों को टेल तक नहरों से भरपूर पानी मिलेगा।
प्रदूषित जल से फैलने वाली बीमारियों पर रोक लगेगी।
फसलों की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार होगा।
यह परियोजना पंजाब के ग्रामीण जीवन और कृषि अर्थव्यवस्था में एक नई ऊर्जा का संचार करेगी।
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