सो रहे बच्चे को नहीं मिला बाहर निकलने का मौका
हिसार (श्याम सुंदर सरदाना)। हिसार के सेक्टर 16-17 के पास स्थित झुग्गियों में शनिवार को भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया। इस दौरान चीख पुकार मच गई। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां यहां पहुंची और आग बुझाने में जुट गई। घटना की सूचना मिलते ही डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के ब्लॉक हिसार से पवन मिढ़ा, हनी सरदाना, पुनीत, तपिश, गुलशन ब्लॉक गंगवा के सुमित, देवीलाल, अनुज सहित 200 से अधिक सेवादार भी मौके पर पहुंचे और प्रशासन के साथ आग बुझाने में जुट गए।
आग में गरीब लोगों के अस्थाई आशियानों में रखा सारा सामान भी जल गया। वहीं इस दौरान कुछ सिलेंडरों के भी आग पकड़ने की सूचना मिली। हादसे में एक 4 साल के बच्चे की मौत हो गई। आग बुझने के बाद शव मिला है। आग इतनी भयावह थी कि बरवाला, हांसी व भिवानी से भी अग्निशमन की गाड़ियां मंगवानी पड़ी। प्रशासन ने कहा है कि अभी पीड़ितों को कम्युनिटी सेंटर में रहने की जगह दी जाएगी। वहां खाने-पीने की व्यवस्था भी की जाएगी।
करीब 200 झुग्गी आग की भेंट चढ़ गई
सेक्टर 16-17 स्थित झुग्गियों में आग लगने का कारण अभी तक सिलेंडर फटना बताया जा रहा है। जिस वक्त आग लगी तो लोग अपनी झुग्गी में बैठे हुए थे। यहां महिलाएं व बच्चे भी थे। ऐसे में आनन-फानन में लोगों में भगदड़ मच गई। देखते ही देखते झुग्गियों में आग बढ़ती गई। जिससे करीब 200 झुग्गी आग की भेंट चढ़ गई हैं। आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गई थी। इसके कारण काफी देर बार आग पर काबू पाया गया।
गरीबों की मेहनत की कमाई भी जली
बताया जा रहा है कि इन झुग्गियों में गरीब लोग रहते हैं। यह परिवार दिहाड़ी मजदूरी या लोगों के घर काम करने के साथ कबाड़ आदि को बीनकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे। इस आगजनी की घटना से लोगों का काफी नुकसान हुआ है। उनकी जीवनभर की कमाई भी आग की भेंट चढ़ गई। इसके साथ कुछ लोग तो आग से झुलस भी गए हैं। लोगों ने फायर ब्रिगेड की गाड़ी आने से पहले आग को काफी बुझाने की कोशिश की, मगर वह कामयाब नहीं हुए और आग धीमे-धीमे कर बढ़ती चली गई। बहरहाल सायं को आग को बुझाने का काम फायर ब्रिगेड के कर्मचारी करते दिखाई दिए। इसके साथ ही प्रशासन ने भी मदद की भरोसा दिलाया।
कुछ समय पहले भी हुआ था हादसा
स्थानीय लोगों की मानें तो कुछ समय पहले भी इसी प्रकार का हादसा हुआ था। जिसमें कुछ झुग्गियां आगजनी का शिकार हो गई थी। इसके कारण लोगों के लाखों रुपये भी यहां जल गए थे। क्योंकि यह दिहाड़ी मजदूर हैं, इनके कोई बैंक खाते नहीं हैं, ऐसे में यह अपनी पूंजी को घर पर ही एकत्रित कर रहते हैं। सेक्टर 16-17 में झुग्गियां इतनी आसपास हैं कि एक जगह हादसा हो जाए तो यह दूसरी झुग्गियों को भी प्रभावित करती हैं।
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