बेसहारा लोगों के लिए भिवानी में स्थापित किए अस्थाई रैन बसेरे
- भिवानी जिला प्रशासन ने ठंड से बचाने की उठाई जिम्मेदारी
भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। Bhiwani Night Shelter: मनुष्य की मूलभूूत आवश्यकताओं में रोटी, कपड़ा और मकान माना जाता है। इन दिनों कड़ाके की ठंड में यदि किसी के पास छत ना हो तो उन लोगों के लिए भिवानी जिला प्रशासन ने रैन बसेरे का इंतजाम किया हुआ है। जहां एक ही समय 40 से 50 राहगीर आश्रय पाकर अपने को ठंड से बचाते हुए रात गुजार सकते है। इन दिनों जब रात का तापमान गिरावट की ओर होता है। तब कंपा देने वाली ठंड जानलेवा साबित हो जाती है। ऐसे उन यात्रियों व बेसहारा लोगों के लिए ये रैन बसेरे स्थापित किए गए हैं। बता दें कि भिवानी, बेसहारा व बेघर आमजन को कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए जिला प्रशासन व नगर परिषद द्वारा रात्रि ठहराव के लिए अस्थाई रैन बसेरे स्थापित किए गए हैं। Bhiwani News
ये रैन बसेरे भिवानी के नया बस स्टैंड, नगर परिषद के समीप धर्मशाला और रेडक्रॉस में स्थापित किए गए हैं। भिवानी नगर परिषद द्वारा स्थापित रेलवे स्टेशन के पास स्थित रैन बसेरा यात्रियों, राहगीरों, रिक्शा चालकों व छत विहीन लोगों के लिए उनकी सर्द रात को बिताने का बेहतर माध्यम साबित हो रहा है। इसके लिए जिला प्रशासन ने बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर रैन बसेरा स्थापित किए जाने की सूचना भी जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाई है, ताकि रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड व मुख्य मार्गो पर घूमने वाले बेसहारा लोग सर्द रात में इन रैन बसेरों में ठिकाना पाकर कपकपा देने वाली ठंड से बच सकेंं।
ग्रामीण स्तर पर पंचायतों को दिए रैन बसेरे बनाने के निर्देश | Bhiwani News
भिवानी के एसडीएम महेश कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी जिलों में जिला परिषद, नगर पालिका व नगर निगमों के माध्यम से रैन बसेरों की व्यवस्था की गई हैं, जहां वे राहगीर लोग जो किसी कारण अपने घर नहीं पहुंच पाएं। वे इस ठिठुरती शीतलहर से बचकर इन रैन बसेरों में आश्रय ले सकते हैं। जहां इन रैन बसेरों में राहगीरों को चारपाई के साथ गर्म रजाई दी जाती है। वहीं ग्रामीण स्तर पर पंचायतों को रैन बसेरे उपलब्ध करवाए जाने के निर्देश प्रशासन द्वारा दिए गए हैं।
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