हैदराबाद (एजेंसी)। तेलंगाना सरकार ने गृह लक्ष्मी योजना के तहत गरीब लोगों (जिनके पास घर बनाने के लिए खुद की जमीन नहीं है) को दी जाने वाली वित्तीय सहायता (अनुदान) को बढ़ाकर तीन लाख रुपये करने का फैसला लिया है। यह निर्णय प्रगति भवन में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक के दौरान लिया गया। मीडिया को कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए वित्त मंत्री टी हरीश राव ने कहा कि गृह लक्ष्मी योजना के तहत जिन गरीब लोगों के पास खुद की जमीन है, वे 03 लाख रुपये का लाभ लेकर अपना घर बना सकते हैं।राशि तीन चरणों में जारी की जाएगी। प्रत्येक चरण में एक लाख रुपये। सरकार ने गृह लक्ष्मी योजना के लिए बजट में 12,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
दूसरा चरण अप्रैल में शुरू होगा
राव ने कहा कि कैबिनेट ने राज्य में दलित बंधु योजना के दूसरे चरण को लागू करने का फैसला किया है। इस योजना के तहत सरकार 118 विधानसभा क्षेत्रों में 1.30 लाख दलितों को 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देगी। योजना के तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 1100 दलित लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने 1,55,393 आदिवासियों को 04 लाख एकड़ पोडू जमीन के पट्टे बांटने का भी फैसला किया है। तत्काल पट्टा वितरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
25 करोड़ रुपए की लागत से प्रत्येक छात्रावास का निर्माण किया जाएगा
7.31 लाख के लाभार्थियों को भेड़ वितरण का दूसरा चरण अप्रैल में शुरू होगा और अगस्त के अंत में पूरा होगा, उन्होंने कहा और कहा कि सरकार ने बजट में 4430 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। राव ने बताया कि डॉ बी आर अंबेडकर की 125 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण कार्य पूरा हो गया है और इसका उद्घाटन 14 अप्रैल को डॉ बी आर अंबडकर की जयंती पर किया जाएगा और उसी दिन एक विशाल जनसभा आयोजित की जाएगी। मंत्री ने कहा कि कैबिनेट ने सरकारी जमीन पर मकान बनाने वाले गरीब लोगों के मकानों को नियमित करने के लिए एक और विकल्प देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट ने राज्य के तीर्थयात्रियों के लाभ के लिए उत्तर प्रदेश के काशी और केरल के सबरीमाला में शयनगृह परिसरों के निर्माण का भी निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि 25 करोड़ रुपए की लागत से प्रत्येक छात्रावास का निर्माण किया जाएगा।
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