जालंधर (सच कहूँ न्यूज)। पंजाब के जालंधर में करतारपुर-कपूरथला रोड पर गांव बसरामपुर में दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे के निर्माण स्थल पर 80 फीट मिट्टी के नीचे फंसे तकनीशियन सुरेश यादव की मौत हो गई है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनआरडीएफ) द्वारा लगभग 40 घंटों तक चलाये बचाव अभियान बाद हरियाणा के जींद निवासी सुरेश यादव के शव को बरामद कर लिया गया है। शव को जालंघर के सिविल अस्पताल ले जाया गया है। Jalandhar News
क्या है मामला | Jalandhar News
करतारपुर-कपूरथला रोड पर गांव बसरामपुर में कंस्ट्रक्शन कंपनी की बोरिंग मशीन फंस गई थी, जिसे निकालने के लिए दो तकनीकी विशेषज्ञों पवन और सुरेश को दिल्ली से बुलाया गया था। बोर में काम करते समय अचानक ऊपर से मिट्टी खिसकने से सुरेश नीचे ही फंस गया। सुरेश को निकालने के लिए शनिवार रात आठ बजे से बचाव अभियान जारी था, लेकिन मिट्टी में ज्यादा नमी होने के कारण बचाव अभियान में काफी मुश्किलें आई और अभियान लंबा खिंच गया।अभियान को सोमवार सुबह एक बड़ा झटका लगा, जब साइट पर अतिरिक्त मिट्टी ढह गई, जिससे बचाव प्रयासों में और देरी हुई और आदमी के जीवित रहने की संभावना कम हो गई। Jalandhar News
जब यह दुखद घटना घटी तब सुरेश और उनके सहयोगी पवन एक खराब मशीन को ठीक करने का काम कर रहे थे। पवन पानी पीने के लिए ऊपर आ गया। इसी दौरान मिट्टी खिसकने से सुरेश मिट्टी के नीचे दब गया। जालंधर के अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) जसबीर सिंह ने बताया किया कि सोमवार सुबह जब बचाव दल फंसे हुए व्यक्ति के करीब पहुंच रहे थे, तब काफी मात्रा में मिट्टी ढह गई, लेकिन बचावकर्मी अपने साहसिक प्रयास को जारी रखे हुए थे।
उल्लेखनीय है कि बचाव अभियान शुरू होने से पहले एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा था कि सुरेश 20 फुट मिट्टी के नीचे दबा है, हालांकि अब तक 70 से 80 फुट तक खोदाई हो चुकी है। एनडीआरएफ की टीम ने 38 घंटे में तीन बार बचाव करने की कोशिश की लेकिन मिट्टी खिसकने से हर बार नाकाम रहे। बचाव अभियान में सबसे बड़ी बाधा रेतीली मिट्टी है। इसके अलावा पास में ही छप्पर बना हुआ है, जिससे मिट्टी में नमी है, जब तक कुछ मिट्टी मशीनों के जरिए निकाली जाती है, उससे ज्यादा खिसक जाती है। Jalandhar News
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