‘जागरुकता’ से नहीं बना काम, अब विद्यार्थियों को ‘डराएगी’ पंजाब सरकार

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Chandigarh News: ‘जागरुकता’ से नहीं बना काम, अब विद्यार्थियों को ‘डराएगी’ पंजाब सरकार

स्कूलों के विद्यार्थी न करें नशा इसलिए खुद ‘खौफ’ पैदा करेंगे अध्यापक

  • पुलिस व स्वास्थ्य विभाग अध्यापकों को देंगे ट्रेनिंग | Chandigarh News

चंडीगढ़ (सच कहूँ/अश्वनी चावला)। Chandigarh News: पंजाब के स्कूलों के विद्यार्थियों को नशा करने से रोकने में अब तक नाकामयाब साबित होती पंजाब सरकार ने अब के बाद जागरूकता की जगह विद्यार्थियों को डराने का फैसला कर लिया है, ताकि नशे के खिलाफ पैदा किए जाने वाले खौफ को देखते हुए विद्यार्थी इस नशे की तरफ बिल्कुल भी न जाएं। विद्यार्थियों को डराने व उनमें खौफ पैदा करने का फैसला लेने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग द्वारा हाई व सीनियर सैकेंडरी स्कूल के अध्यापकों को खास ट्रेनिंग दी जाएगी, इस ट्रेनिंग के तहत ही अध्यापक रोजाना स्कूल में पढ़ाई करवाने के साथ ही आधा घंटा विद्यार्थियों को डराने में लगाएंगे। स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग द्वारा सांझे तरीके से बकायदा एक किताब व पीपीटी भी तैयार की जा रही है, जिनको स्कूलों में भेजते हुए विद्यार्थियों को दिखाया जाएगा ताकि नशे से होने वाले नुक्सान से लेकर वित्तीय हालात संबंधी जानकारी विद्यार्थियों को दी जाए।

जानकारी के अनुसार पंजाब में नशा करने वाले युवाओं में बड़ी संख्या में 12 से 18 वर्ष की आयु के विद्यार्थियों की लिस्ट सामने आने के बाद प्रदेश सरकार काफी ज्यादा घबराहट में है कि अब तक सिर्फ बेरोजगार युवाओं तक ही सीमित रहने वाला नशा अब स्कूलों के विद्यार्थियों तक भी पहुंचता नजर आ रहा है। जिस कारण पिछले कुछ समय से स्कूलों में विद्यार्थियों को जागरूक करने की कोशिश की जा रही है कि विद्यार्थी नशे की तरफ न जाएं, लेकिन इस जागरूकता से विद्यार्थियों में ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा है। यहां तक कि पंजाब के स्कूलों में पढ़ाई कर विद्यार्थियों की संख्या नशेड़ी के तौर पर काफी ज्यादा बढ़ती जा रही है। जिसे देखते हुए अब पंजाब सरकार ने निर्णय लिया है कि स्कूलों में विद्यार्थियों को सिर्फ जागरूक करने से कोई ज्यादा फायदा होने वाला नहीं है, इसलिए विद्यार्थियों को डराया जाना भी जरूरी है।

जल्द शुरु होगी अध्यापकों की ट्रेनिंग | Chandigarh News

स्वास्थ्य विभाग व पुलिस विभाग द्वारा जल्द ही अध्यापकों की ट्रेनिंग शुरू करने का कार्यक्रम बनाया जा रहा है। पिछले 2-3 महीने अध्यापकों के चुनावों में व्यस्त होने के चलते इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में देरी हो रही थी लेकिन अब फाईनल परीक्षाएं आने के चलते अध्यापकों को ट्रेनिंग देने का कार्यक्रम एक -दो महीने बाद करने पर विचार हो रहा है। बताया जा रहा है कि हाई व सीनियर सैकेंडरी स्कूलों के अध्यापकों को सबसे पहले ट्रेनिंग दी जाएगी, उसके बाद कॉलेज में भी प्रोफैसरों को ट्रेनिंग दी जा सकती है।

नशे के खिलाफ टास्क फोर्स तैयार रही किताब

नशे के खिलाफ पंजाब पुलिस की बनी टास्क फोर्स द्वारा एक किताब तैयार की जा रही है, जिसमें नशे से होने वाले शारीरिक नुक्सान के अलावा काफी ज्यादा डर पैदा करने वाली फोटो व सामग्री को डाला जा रहा है। हालांकि इस किताब में खौफ पैदा करने के लिए कितना ज्यादा डराने वाली सामग्री होगी, इस संबंधी ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन विभागीय सूत्रों के अनुसार इस किताब में भी विद्यार्थियों में डर पैदा करने वाली काफी सामग्री होगी ताकि विद्यार्थियों के दिल में अध्यापकों द्वारा पैदा किए गए खौफ व डर को यह किताब और भी ज्यादा पुख्ता कर सके।

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