शिक्षक का सही ज्ञान समाज से अनेक बुराइयों को मिटा सकता है: डॉ. शीला पूनियां इन्सां
सच कहूँ/सुनील वर्मा
सरसा। देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती की पूर्व संध्या पर शनिवार शाह सतनाम जी गर्ल्ज स्कूल में शिक्षक दिवस अनूठे ढंग से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत स्कूल प्रधानाचार्या डॉ. शीला पूनियां इन्सां ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्वलित करके की। इसके पश्चात प्रधानाचार्या व उपप्रधानाचार्या ने विद्यालय के समस्त स्टाफ सदस्यों के साथ केक भी काटा। कार्यक्रम में सभी अध्यापिकाएं रंग बिरंगे परिधानों में आर्इं। वहीं राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों के महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए उन्हें सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर अध्यापिकाओं द्वारा विभिन्न मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी गई। जिस पर छात्राओं ने तालियां बजाकर अध्यापिकाओं का हौसला बढ़ाया। अध्यापिका नीना मैहता, अंजू शर्मा, बीरपाल, कोमलप्रीत व पूजा सेतिया की ओर से सामूहिक रूप से गिद्दा की शानदार प्रस्तुति दी गई। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगे बढ़ाते हुए अध्यापिका सुमित्रा द्वारा राजस्थानी नृत्य की मन को मोहने वाली प्रस्तुति दी गई।
तदोपरांत जब सभी अध्यापिकाओं ने एक से बढ़कर एक सुंदर डिजाइन के परिधान पहनकर रैंप पर जलवा बिखेरा तो छात्राएं तालिया बजाने को मजबूर हो गर्इं। वहीं छात्राओं ने भी अध्यापिकाओं के सम्मान में अनेक मनोरंजक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ. शीला पूनियां इन्सां समस्त स्टाफ सदस्यों को अध्यापक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि गुरू एक दीपक के समान होता है, जो अपने बच्चों में ज्ञान की प्रकाश जलाए रखने में मदद करता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि शिक्षा सही प्रकार से दी जाए तो समाज से अनेक बुराइयों को मिटाया जा सकता है।
शाह सतनाम जी कॉलेज आॅफ एजुकेशन में मनाया शिक्षक दिवस
सरसा (सच कहूँ/सुनील वर्मा )। ‘‘गीली मिट्टी अनगढ़ी, हमको गुरुवर ज्ञान, ज्ञान प्रकाशित कीजिए, आप समर्थ बलवान।।’’ जी हां, इन पंक्तियों के साथ शनिवार को शाह सतनाम जी कॉलेज आॅफ एजुकेशन में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में शिक्षक दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्रशासिका डॉ. चरणप्रीत कौर ढिल्लों और प्राचार्या डॉ. रजनी बाला उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रशासिका ने सभी छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी भावी अध्यापक हैं और सभी का कर्तव्य बनता है कि वह भी एक अच्छे और जिम्मेदार शिक्षक बने। क्योंकि शिक्षक समाज का आईना होता है। शिक्षक का कार्य आसान कार्य नहीं होता।
क्योंकि शिक्षक को अपना कार्य निष्ठा व ईमानदारी से करना होता है। प्राचार्या ने सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा की हमें अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान व आदर का भाव हमेशा रखना चाहिए। गुरु की महिमा आदिकाल से लेकर वर्तमान तक है और आगे भी यथावत रहेगी। गुरु समाज को शिक्षित कर देश को बनाने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इस अवसर पर सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
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