कोलंबो (एजेंसी)। श्रीलंका का चाय उद्योग उत्पादन के मामले में उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। यहां फसल का स्तर तीन दशक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है। डेली एफटी अखबार ने शनिवार को फोर्ब्स और वॉकर टी ब्रोकर्स के हवाले से बताया कि अगस्त में 1.82 करोड़ किलो उत्पादन हुआ जो 28 साल में सबसे कम है । पहले आठ महीने में 17.13 करोड़ किलो उत्पादन हुआ है जो वर्ष 1996 के बाद सबसे कम है। अगस्त 2022 की फसल में साल दर साल 56 लाख किलो या 23 फीसदी की गिरावट आई है और सभी ऊंचाईयों में 2021 के इसी महीने की तुलना में गिरावट देखी गई है।
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चाय की कीमतों में वृद्धि
फोर्ब्स और वॉकर ने कहा, ‘यह 1994 के बाद से एक कैलेंडर वर्ष में अगस्त के लिए सबसे कम रिकॉर्ड किया गया है, जहां यह 1.62 करोड़ किलो दर्ज किया गया था। दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त 2020 के 2.24 करोड़ किलो की तुलना में, नवीनतम फसल में 41 लाख किलो या 18 प्रतिशत की गिरावट आई है। जनवरी-अगस्त 2022 की फसल पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चार करोड़ से अधिक किलो की उल्लेखनीय कमी दर्शाती है। फोर्ब्स और वॉकर ने कहा, ‘वर्ष 1996 के बाद से समीक्षाधीन अवधि के लिए यह सबसे कम दर्ज किया जाएगा, जहां यह 16.97 करोड़ किलो दर्ज किया गया था। इसमें कहा गया है कि संचयी आधार पर भी, सभी उन्नयनों में 2021 की इसी अवधि की तुलना में गिरावट देखी गई है। अखबार के मुताबिक उत्पादन में तेज गिरावट ने कोलंबो नीलामी के माध्यम से बेची जाने वाली चाय की कीमतों में वृद्धि करने में मदद की है। अगस्त में डॉलर और रुपये दोनों में सबसे अधिक फ्री आॅन बोर्ड (एफओबी) दर्ज करने के साथ सीलोन चाय का मूल्य लगातार बढ़ रहा है।
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