वाशिंगटन (एजेंसी)। अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले आतंकवादी संगठन तालिबान ने कहा है कि देश में केवल हिजाब पहनने वाली महिलाओं को ही शिक्षा और काम (रोजगार) का अधिकार मिलेगा तथा अमेरिका को देश की संस्कृति बदलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा, ‘महिलाओं के अधिकारों के बारे में कोई समस्या नहीं होगी, उनकी शिक्षा और काम के बारे में भी कोई समस्या नहीं होगी … हमारी संस्कृति है कि वे हिजाब के साथ शिक्षा प्राप्त कर सकती हैं। वे हिजाब के साथ काम कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अफगानिस्तान से महिलाओं के बिना हिजाब के काम करने और शिक्षा प्राप्त करने के अधिकार को सुनिश्चित करने का आह्वान किया था, जो अफगानी संस्कृति को बदलने का एक प्रयास था। संगठन के दृष्टिकोण से यह अस्वीकार्य है।
क्या है मामला
गौरतलब है कि तालिबान ने एक सप्ताह तक अफगानिस्तान के विभिन्न प्रांतों पर हमलों और कब्जे के बाद 15 अगस्त को काबुल में प्रवेश किया जिसके कारण राष्ट्रपति अशरफ गनी को पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा और अमेरिका समर्थित सरकार गिर गई।
अफगानिस्तान मुद्दे पर बैठक करेगा संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस अफगानिस्तान में मानवीय सहायता की बढ़ती जरूरतों को लेकर 13 सितंबर को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में मंत्रिस्तरीय बैठक करेंगे। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र अफगानिस्तान के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है। महासचिव अफगानिस्तान की बढ़ती जरूरतों को लेकर 13 सितंबर को एक उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय बैठक के लिये जिनेवा जाएंगे।
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