काबुल (एजेंसी)। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, काबुल में राज्य की खुफिया एजेंसी एनडीएस के लिए काम करन वाले अफगानों की तलाश में घर-घर जाकर तलाशी ले रहे हैं। वहीं, जलालाबाद और काबुल के वाणिज्य दूतावासों में क्या हो रहा है इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हक़्कानी नेटवर्क के करीब 60 हजार लड़ाकों ने राजधानी काबुल को कब्जें में ले लिया है। इसका नेतृत्व अनस हक़्कानी कर रहे हैं जो हक़्कानी समूह के प्रमुख सिराजुद्दीन हक़्कानी के भाई हैं। इस बीच सबसे चौंकाने वाली खबर यह सामने आई है कि तालिबान के लड़ाके बुधवार को कंधार और हेरात में बंद पड़े भारतीय वाणिज्य दूतावास भी पहुंचे थे और तलाशी ली थी।
अमेरिकी एफ-18 लड़ाकू विमानों ने काबुल के ऊपर से उड़ान भरी
अमेरिकी एफ-18 लड़ाकू विमानों ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हवाईअड्डा क्षेत्र के आसपास सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उड़ान भरी। सेना के मेजर जनरल विलियम टेलर ने एक ब्रीफिंग में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘पिछले 24 घंटों में रोनाल्ड रीगन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप के एफ -18 ने हवाई अड्डा क्षेत्र के आसपास सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काबुल के ऊपर से उड़ान भरी। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिकियों और सहयोगियों को निकालने के प्रयासों के तहत एफ-18 जेट लगातार उड़ान भर रहे हैं।
हमारी सेना या नागरिकों पर तालिबान ने हमला किया तो बुरा हाल करेंगे उनका:बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि आतंकवादी संगठन तालिबान समूह यह अच्छी तरह जानता है कि अगर उन्होंने किसी अमेरिकी नागरिक या अमेरिकी सेना को निशाना बनाया तो अमेरिका उनकी ऐसी हालत करेगा जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं होगी। बाइडेन ने एबीसी न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘तालिबान को यह अच्छी तरह पता है कि अगर उन्होंने किसी अमेरिकी नागरिक या सेना को कोई नुकसान पहुंचाया तो हम उनका ऐसा बुरा हाल करेंगे जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।
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