विपक्षी विधायकों के हंगामा से अध्यक्ष को आया गुस्सा, फिर ये क्या बोल गए…

Jharkhand Legislative Assembly

रांची (एजेंसी)। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके कारण सदन की कार्यवाही को स्थगित करनी पड़ी। विपक्षी विधायकों के व्यवहार से आहत स्पीकर रबींद्र नाथ महतो ने कहा कि सदन को फुटपाथ ना बनाएं। इसके बाद भाजपा के विधायकों ने सदन के वेल में बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को व्यवस्थित करने का हर संभव प्रयास किया। हंगामा बढ़ते देख अध्यक्ष ने 11 बजकर 37 मिनट पर विधानसभा की कार्यवाही 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

विधानसभा सत्र की कार्यवाही आज 11 बजकर 11 मिनट पर जैसे ही शुरू हुई और विधानसभा अध्यक्ष के अवसर पर बैठते ही भाजपा विधायकों ने जय श्री राम के नारे लगाने लगे। इस दौरान स्पीकर विधायकों से बैठने का आग्रह करते रहे। इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक वेल में आकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे। स्पीकर ने कहा कि उन्हें हनुमान चालीसा से कोई एतराज नहीं है। लेकिन आप लोग आसन के साथ मजाक मत करिए। अगर मजाक करना है तो हमसे करिए आसन से नहीं। मुझे कोई दिक्कत नहीं है। कल आप भी आसन पर आइएगा। इसलिए ऐसा मत करें। स्पीकर ने कहा कि विरोध करने का तरीका से तकलीफ है। कल भी आप लोगों ने रिपोर्टिंग टेबल पर बैठकर महिला कर्मचारी को हटाकर जिस तरह का व्यवहार किया और हमने उसे बर्दाश्त किया। रिपोर्टिंग टेबल से सदन की गरिमा को तार-तार किया। हमने कुछ भी नहीं कहा। आप अपनी बात को रखिये, लेकिन आसन के साथ मजाक मत करिए। स्पीकर ने भानु प्रताप शाही से कहा कि आप मंत्री भी रहे हैं। ऐसा ना करें आसन को मजाक का पात्र मत बनाएं। साढ़े तीन करोड़ जनता की आस्था सदन से है।

इस पर विधायक सी.पी. सिंह ने कहा कि अध्यक्ष महोदय आपने बहुत भावुकता वाली बात कही है। हम भी दुखी हैं। विधानसभा में स्पीकर की कुर्सी सर्वोच्च होती है। हमारी भी भावना है। जब हमारा अभिभावक आंखें मूंद लेता है तो कष्ट होता है। हम 26 विधायकों को कितना तकलीफ हुआ है। यह महसूस करने की आवश्यकता है। इस पर स्टीफन मरांडी ने कहा कि इतना दिन विधानसभा का सत्र चला। कोई भी स्पीकर आसन पर खड़ा नहीं हुआ। पहली बार ऐसा हुआ है कि जब स्पीकर आसन पर खड़े हुए तब सदस्य को बैठ जाना चाहिए था। इस दौरान भाजपा विधायक नियोजन नीति रद्द करो का नारा लगाते हुए वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। इस दौरान संसदीय कार्य मंत्री की बात को भी नहीं सुना जा सका। स्पीकर ने उन्हें बोलने के लिए कहा था। भानु ने हनुमान चालीसा का पाठ करने पर स्पीकर ने कहा कि राजनीति के लिए मजाक मत कीजिए। आप किसी पंडित से पूछ लीजिए कि कब और किस जगह हनुमान चालीसा पढ़ा जाता है।

इसी बीच विधायक सरयू राय ने भी वर्ष 2016 में झारखंड राज्य स्थापना दिवस में टॉफी एवं टी-शर्ट घोटाले का मामला उठाया और सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं। हो हंगामा की वजह से उनकी पूरी बात नहीं सुनी जा सकी। इसके बाद भाजपा विधायक वेल में आकर बैठ गए और हनुमान चालीसा का पाठ फिर करने लगे। एक ही नारा एक ही नाम जय श्री राम, हर हर महादेव सहित अन्य नारेबाजी भाजपा विधायक करने लगे।

वहीं दूसरी ओर विधानसभा गेट के पास धरने पर बैठे विधायक आलोक चौरसिया और अपर्णा सेनगुप्ता को लाने के लिए स्पीकर ने संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम एवं विधायक नीरा यादव को भेजा। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री और नीरा यादव दोनों विधायकों को लेकर सदन पहुंचे।

 

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