नाभा मंडी में बोरियों के अंबार लगने शुरू, बेमौसमी बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता

Rain

कोरोना/कर्फ्यू। बूंदाबांदी दौरान किसान, मजदूर और आढ़तिये गेहूं की फसल को त्रिपालों से ढक्कते आए नजर (Rainless rain)

पटियाला/नाभा(सच कहूँ/तरूण कुमार शर्मा )। मौसम की अचानक बदली करवट ने किसानों की चिंता को बढ़ा दिया है। सुबह से ही थोड़ी बहुत हुई बूंदाबांदी दोपहर तक काली घटाओं में बदलते ही बूंदाबांदी दोपहर तक अच्छी बारिश में तबदील हो गई। मौसम की बदली इस करवट के बावजूद नाभा मंडी और इसके खरीद केन्द्रों में गेहूं की भराई निरंतर जारी रही। पत्रकारों ने जब नाभा मंडी का निरीक्षण किया तो गेहूं की फसल मंडी के शैडों से बाहर आकर खुले आसमान नीचे पहुंंची देखी। बूंदाबांदी दौरान किसान, मजदूर और आढ़तिये गेहूं की फसल को त्रिपालों के साथ ढक्कते नजर आए। मंडी में लिफ्टिंग की मट्ठी रफ़्तार कारण सरकारी अनाज की भरा बोरियों के अंबार लगते नजर आ रहे हैं।

  • सरकारी रिकार्ड अनुसार अब तक सरकार की 20 हजार टन से पर खरीदी है।
  • फसल का 01 प्रतिशत भी उठाया नहीं गया है ।
  • जिस कारण बिगड़ते मौसम के तेवरों के कारण अनाज के भीगने से से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

मंडी में सैनेटाईजर व मास्क का प्रबंध नहीं: किसान

गांव ढींगी के किसान कुलदीप कुमार ने बताया कि मंडी में किसी भी जगह उनको सैनीटाईजर और मास्क का प्रबंध देखने को नजर नहीं आया। (Rainless rain) आढ़तियों की ओर से मंडी में सैनीटाईजर के प्रबंध किये जाने के दावों बावजूद कुछ आढ़तियों की ओर से दिखाने को सैनीटाईजर की बोतलों दुकानों पर रखी गई हैं परंतु इनका नियमित इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।