अविष्कार। केरला के युवा इंजीनियरों के समूह जेनरोबॉटिक्स की बड़ी उपलब्धि

Robot will clean the sewerage for the first time in the country

देश में पहली बार सीवरेज की सफाई करेगा रोबोट

रोबोट के लेटेस्ट वर्जन का इस्तेमाल करने वाला गुरुग्राम देश का पहला निगम

सच कहूँ/संजय कुमार मेहरा
गुरुग्राम। मिलेनियम सिटी गुरुग्राम के लिए यह बड़ी खुशखबरी भी है और उपलब्धि भी। यहां के सीवरेज की सफाई के लिए अब रोबोट की मदद ली जाएगी। यानी रोबोट अब यहां के सीवरेज की सफाई करेगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को इसका शुभारंभ किया। इसके साथ ही रोबोट के लेटेस्ट वर्जन का इस्तेमाल करने वाला गुरुग्राम भारत का पहला शहर और निगम पहला नगर निगम बन गया है। यहां पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बैंडिकूट 2.0 नामक इस रोबोट की कार्यप्रणाली को बारीकी से देखा। सीवरेज मेनहोल की सफाई करने के लिए यह एक अच्छा माध्यम बताया। इसके पुराने वर्जन का केरल और तमिलनाडु के कुछ नगर निकायों में परीक्षण किया जा चुका है। भारत सरकार, गूगल, इजराईल और यूके के संगठनों द्वारा यह सम्मानित हो चुका है।

जिस जेनरोबॉटिक्स कंपनी के युवा इंजीनियर्स ने इस रोबोट को तैयार किया है, वह केरल के युवा इंजीनियरों के एक समूह द्वारा स्थापित कंपनी है। इनके द्वारा निर्मित रोबोट अब गुरुग्राम के मेनहोल में उतरकर सफाई को अंजाम देगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा के लोक निर्माण एवं वन मंत्री राव नरबीर सिंह, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर, भाजपा जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चौहान, गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी. उमाशंकर, उपायुक्त अमित खत्री, नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव, अतिरिक्त निगमायुक्त मुनीष शर्मा, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर वाईएस गुप्ता, चीफ इंजीनियर एनडी वशिष्ठ, कार्यकारी अभियंता अमित सांडिल्य समेत अनेक अधिकारी मौजूद रहे।

स्टार्ट अप इंडिया को भी मिलेगी रफतार

गुरुग्राम उत्तर भारत का पहला नगर निगम है, जिसने बैंडिकूट 2.0 को लांच किया है। जेनरोबॉटिक्स एक शिक्षण संगठन है, इसलिए यहां के कर्मचारी यूके और यूएस के विश्वविद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में भाग लेते रहते हैं। बैंडिकूट 2.0 ना केवल मैनुअल स्कैवेंजिंग के अमानवीय तरीके को दूर करने की दिशा में कदम होगा, बल्कि यह मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत और स्टार्ट अप इंडिया को भी आगे बढ़ाएगा।