पूजनीय माता आसकौर जी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में पहले दिन 205 मरीजों का चैकअप

Mata Askaur Ji Ayurvedic Hospital

दो दिवसीय हड्डियों में कैल्शियम व मिनरल्स की फ्री जांच को लेकर चैकअप शुरू

सरसा (सुनील वर्मा)। बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार महीने की खुशी में रविवार को शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल में (Mata Aaur Ji Ayurvedic Hospital) पूजनीय माता आसकौर जी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के सौजन्य से दो दिवसीय हड्डियों में कैल्शियम व मिनरल्स की जांच को लेकर विशाल चैकअप कैंप शुरू हुआ। शिविर का शुभारंभ अस्पताल के चिकित्सकों, उपस्थित स्टाफ व उपचार लेने आए मरीजों ने धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का इलाही नारा बोलकर किया। साण्डू फार्मास्युटिक्लस लि. के सहयोग से आयोजित शिविर में पहले दिन 205 मरीजों की मुफ्त हड्डियों में कैल्शियम तथा मिनरल्स की जांच की गई।

ये भी पढ़ें:-गुजरात में बजा डॉ. एमएसजी का डंका, गुरुमंत्र लेने पहुंचे कबड्डी खिलाड़ी

विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उचित परामर्श दिया गया |
Mata Aaur Ji Ayurvedic Hospital

शिविर में अस्पताल के एमडी आयुर्वेदा विशेषज्ञ डा. अजय गोपलानी इन्सां, डा. मीना गोपलानी व डा. शशी कांत ने अपनी सेवाएं दी। सोमवार को भी मरीजों की जांच जारी रहेगी। शिविर में उन मरीजों की जांच की गई जिनकी आयु 20 साल से ऊपर है और उन्हें शुगर या कमर दर्द है। इसके अलावा जिनके हड्डियों या जोड़ों में दर्द रहता है, का चैकअप कर उचित परामर्श दिया गया। वहीं शराब या सिगरेट का सेवन करने वाले तथा किसी बीमारी के कारण स्टीरॉयड ले रहे हैं और जिनकी कीमोथैरेपी होती है, उनकी भी जांच की गई और उन्हें बीमारी का उपचार बताया गया। जिन महिलाओं की माहवारी बंद हो गई है, उन्हें भी विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उचित परामर्श दिया गया।

लाइफस्टाइल में आए बदलाव के कारण हड्डियों की कमजोरी बड़ी समस्या बनती जा ही: डा. अजय गोपलानी

पूजनीय माता आसकौर जी आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के एमडी आयुर्वेदा विशेषज्ञ डा. अजय गोपलानी इन्सां व डा. मीना गोपलानी ने कहा कि आज के समय में खान-पान व लाइफस्टाइल में आए बदलाव के कारण हड्डियों की कमजोरी एक बहुत बड़ी समस्या बनती जा रही है। जिस कारण मरीजों को छोटी उम्र में ही कमर, घूटनों, गर्दन में दर्द रहने लग जाता है। इसके अलावा जो लोग बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू व शराब का सेवन ज्यादा करते है, उनकी भी हड्डियां ज्यादा खराब होने के चांस ज्यादा रहते हैं। चैकअप कैंप में ऐसे सभी मरीजों की मशीनों से बीएमडी जांच की जाती है। उन्होंने बताया कि अगर यही जांच बाहर कराई जाए तो 2000 से 2500 रूपए खर्च आता है, जो कैंप में बिल्कुल फ्री में की जा रही है।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।