बसों में बिठाकर जबरन रोहतक पीजीआई भेज दिया
रोहतक (सच कहूँ न्यूज)। सीएम मनोहर लाल और राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय के रोहतक दौरे से पहले धरने पर बैठे मेडिकल छात्रों (MBBS Student) पर पुलिस ने धरना समाप्त कराने के लिए रात 2 बजे छात्रों पर वाटर कैनन का प्रयोग किया गया। साथ ही घेर कर बसों में बिठाकर जबरन रोहतक पीजीआई भेज दिया। छात्रों ने बताया कि पुलिस के द्वारा छात्रों के साथ भी बुरा व्यवहार किया गया। छात्रों के मुताबिक पुलिस ने तड़के करीब दो बजे लड़कियों सहित करीब 200 छात्रों को घेर लिया गया। बाद में उन्हे पुलिस की बसों में बिठाकर पीजीआई परिसर से ले जाया गया। पुलिस की यह कार्रवाई निंदनीय है। एक छात्र ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और फिर धरने पर बैठे छात्रों को बसों की ओर घसीटना शुरू कर दिया।
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बॉंड फीस लगाए जाने का कर रहे थे विरोध
रोहतक पीजीआई समेत हरियाणा के सरकारी मेडिकल कॉलेजों के मेडिकल छात्र राज्य सरकार द्वारा 36 लाख रुपए की बॉंड फीस लगाए जाने का विरोध कर रहे हैं। हालांकि हरियाणा सरकार के अनुसार शर्त को वापस ले लिया गया है, लेकिन छात्रों का कहना है कि सरकार का यह फैसला पूरी तरह से छलावा है।
छात्रों के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
रोहतक पुलिस के अनुसार विरोध कर रहे मेडिकल के कुछ छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जबकि कुछ छात्रों को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार छात्रों को सभागार के पास विरोध प्रदर्शन न करने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वे अड़े रहे। इसलिए, उन्हें हिरासत में गिरफ्तार करना पड़ा।
सीएम से मिलेंगे 10 छात्र, पुलिस ने जारी की वीडियो
बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एमबीबीएस के छात्रों की शनिवार सुबह पुलिस ने एक वीडियो जारी की है, जिसमें 20 के करीब छात्र खड़े हैं। छात्र कह रहे हैं कि प्रतिनिधिमंडल के तौर पर 10 छात्र सीएम से मिलेंगे। शांतिपूर्ण ढंग से जाएंगे। उनको सुरक्षा व सम्मान के साथ सीएम से मिलवाया जाए।
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