बहादुरगढ़ में थुराना गैंग के सदस्यों ने मारी थी फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट को गोली, एक गिरफ्तार

Thurana Gang sachkahoon

बहादुरगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। सप्ताह भर पहले बहादुरगढ़ के गांव सिदीपुर लोवा के पास फाइनेंस की गाड़ी की चेकिंग के लिए गए रिकवरी एजेंट को गोली मारने और उसकी कार तोड़ने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। यह गोलीबारी करने वाले हिसार के नारनौंद क्षेत्र के अजीत थुराना गैंग (Thurana Gang) के सदस्य हैं। घटना में छह आरोपित शामिल थे। उनमें से एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपित का नाम विशाल उर्फ विशू है। वह करनाल के गोंदर का रहने वाला है। पुलिस ने उसके पास से एक गाड़ी बरामद कर ली है। उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है।

विरोधी गुट के हमले की आशंका में की थी फायरिंग

डीएसपी अरविंद दहिया ने बताया कि पकड़ा गया विशाल नारनौंद के अजीत थुराना गिरोह से है। वह और उसके पांच साथी 19 अप्रैल को गाड़ी लेकर दिल्ली जा रहे थे। उनके पास जो गाड़ी थी, उसकी कई महीनों से किश्त बकाया थी। फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट मंजीत व अन्य को इस बारे में पता लगा था। वे संबंधित गाड़ी में सवार लोगों को सूचना देने के लिए उनका पीछा कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने गाड़ी रुकवाई तो गाड़ी में सवार विशाल व अन्य ने यह समझा कि उनके ऊपर विरोधी विनोद पानू उर्फ काणा गिरोह ने हमला कर दिया है।

इसी आशंका में उन्होंने फायरिंग की तो एक गोली रिकवरी एजेंट मंजीत के कंधे में लग गई थी। आरोपित विशाल के साथ गाड़ी में गिरोह के सदस्य शालिग, नरेंद्र, टीपू, राजन व अभि थे। शालिग तो उत्तर प्रदेश के सहारनुपर क्षेत्र का है। नरेंद्र व टीपू भी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। नरेंद्र व अभि ने हाल ही में हिसार क्षेत्र में फायरिंग की वारदात को भी अंजाम दिया था। शालिग पर भी कई मामले दर्ज हैं। पकड़े गए विशाल पर हत्या की कोशिश और लूट के मामले पहले से दर्ज हैं।

अजीत थुराना व विनोद काणा के बीच चल रही गैंगवार

पुलिस के मुताबिक नारनौंद क्षेत्र में अजीत थुराना और विनोद पानू काणा के बीच कई साल से गैंगवाार चल रही है। इसमें कई हत्याएं हो चुकी हैं। दोनों ही अपना गिरोह बढ़ा रहे हैं। इसी गैंगवार की आशंका में बहादुरगढ़ में यह गोलीबारी की घटना हुई।

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