विंटेज कारों से भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनाने की कवायद

vintage car,

आगामी 15 व 16 फरवरी को देश-विदेश से गुरुग्राम पहुंचेगी पुरानी विंटेज कारें (vintage car)

  •  21 गन सेल्यूट इंटरनेशनल विंटेज कार रैली में देखने को मिलेगी 1903 की जिविल कार

सच कहूँ/संजय मेहरा गुरुग्राम। विंटेज (पौराणिक-ऐतिहासिक) कारों के बहाने देश की अर्थवस्था को सुधारा जा सकता है। विदेशों से भारत में (vintage car) विंटेज कार रैली में भाग लेने के बहाने जो बड़े घरानों के लोग यहां पहुंचते हैं, वे यहां पर खर्चा भी दिल खोलकर करते हैं। अर्थव्यवस्था में सुधार और मजबूती के लिए भविष्य में और अधिक लोगों को भारत में आमंत्रित किया जायेगा। यह कहना है 21 गन सेल्यूट हेरीटेज एंड कल्चरल ट्रस्ट के चेयरमैन एवं मैनेजिंग ट्रस्टी मदन मोहन का। आगामी 15 व 16 फरवरी को दिल्ली, गुरुग्राम में 21 गन सेल्यूट इंटरनेशनल विंटेज कार रैली और कॉन्कॉर्स डी एलीगेंस का आयोजन किया जा रहा है। इसे लेकर मदन मोहन ने विंटेज कारों के माध्यम से भविष्य की योजनाओं को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि विंटेज कार देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में काफी मददगार साबित हो सकती हैं।

  •  यहां देसी के अलावा विदेशों से भी विंटेज कारों को लेकर अमीर लोग पहुंचते हैं।
  • यहां आकर वे काफी खर्च भी करते हैं। भविष्य में उनकी संख्या को भी बढ़ाया जायेगा।
  • यह शाही अभियान भारत की भव्यता का अनुभव करने के लिए ।
  • वैश्विक पर्यटकों में रुचि पैदा करने का माध्यम बन रहा है।

दिल्ली, राजस्थान व  गुजरात में बनेगा विंटेज कारों का संग्रहालय

मदन मोहन ने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से विदेशों के पर्यटकों को बड़ी संख्या में भारत लाने में हम सफल भी हो रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में अगले तीन साल मे 70 करोड़ रुपये निवेश करके भारत सरकार के सहयोग से विंटेज कारों का संग्रहालय बनाने की दिशा में काम चल रहा है। ये संग्रहालय राजधानी दिल्ली के अलावा राजस्थान और गुजरात में बनाये जाने हैं। भारत को विश्व स्तरीय मोटरिंग टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने की सोच लेकर वे चल रहे हैं।

मुंबई से पहुंचेगी 1902 का मॉडल की ‘कारलैक’

मदन मोहन ने कहा कि विंटेज कार रैली के 9वें संस्करण में इस बार भारत के दिल्ली, मुंबई, जयपुर, लखनऊ, बैंगलोर, चेन्नई, अहमदाबाद के अलावा विदेशों में जर्मनी, फ्रांस, बेल्जियम, अमेरिका समेत काफी देशों से विंटेज कारों को शामिल किया जा रहा है।

  • खास बात यह है कि एक बार जो कार विंटेज रैली में शामिल हो जाती है ।
  • वह दोबारा से शामिल नहीं की जाती।
  • इस बार की रैली में सबसे पुरानी विंटेज कार मुंबई से आ रही है ।
  • जिसका नाम कारलैक है और वह वर्ष 1902 का मॉडल है।

-इसके अलावा 1903 की जिविल कार, 1930 की बीएमडब्ल्यू, कैडिलैक, 1936 व 1938 की रॉल्स रॉयस, 1938 की ब्यूक रोडमास्टर कनवर्टेबल, 1951 की बेंटेल एमके, 1959 की अल्फा और जगुआर, 1966 की फोर्ड मस्टैंग समेत काफी पुराने मॉडल यहां प्रदर्शित किय जाएंगे। मदन मोहन ने बताया कि 19 वर्षों में उनके पास 328 पुरानी कारें, 43 जीप और 106 बाइक के साथ घड़ियां, टाइपराइटर और अन्य सामान मौजूद है।

 

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